देवघर (शहर परिक्रमा)

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस प्रतियोगिता: दस शिशु, किशोर व युवा प्रतिभागियों की प्रविष्टियां राज्य स्तरीय चयन में भेजी गई

स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान तथा योगमाया मानवो मानवोत्थान ट्रस्ट के युग्म बैनर तले देश के कई राज्यों में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर रंगभरो एवं निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। आज देवघर के विजेता विद्यार्थियों के नामों की घोषणा की गई जिन्हें दीनबंधु उच्च विद्यालय में स्थित रवींद्र सभागार में वेक्सो इंडिया के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, दीनबंधु स्कूल के प्रधानाध्यापक काजल कांति सिकदार एवं अन्य अतिथियों के हाथों पुरस्कृत किया जायेगा। रंगभरो देवघर जिला से ग्रुप ए (वर्ग नर्सरी से द्वितीय) में संदीपनि पब्लिक स्कूल की रूही कुमारी व कृशा चौधरी को जिला में क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान जबकि इसी विद्यालय के ऋषभ कुमार केशरी व रियांश कश्यप को क्रमशः तृतीय व चतुर्थ स्थान प्राप्त हुआ है। इसी प्रतियोगिता के ग्रुप बी ( वर्ग तृतीय से षष्ठ) में देवघर संत फ्रांसिस स्कूल की एकता भारद्वाज को प्रथम, संदीपनि पब्लिक स्कूल की पलक झा को द्वितीय जबकि अन्य शिक्षण संस्थान की शीतल कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। चित्रांकन प्रतियोगिता के ग्रुप सी ( वर्ग सप्तम से दशम) में ब्राइट कैरियर स्कूल की राशि कुमारी को प्रथम जबकि अन्य शिक्षण संस्थानों के राजीव आनंद एवं प्रियांशु कुमार को क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। ग्रुप डी (सर्वसाधारण के लिए) में देवघर महाविद्यालय की रूबी कुमारी एवं कुमकुम कुमारी को क्रमशः प्रथम व द्वितीय जबकि ए. एस. महाविद्यालय की अंजलि कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस, शीर्षक निबन्ध प्रतियोगिता के ग्रुप बी में देवघर संत फ्रांसिस स्कूल की एकता भारद्वाज को प्रथम जबकि अन्य शिक्षण संस्थानों की स्मृति कुमारी व राधिका कुमारी को क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। इन सभी विद्यार्थियों में रूही, कृशा, ऋषभ, रियांश, एकता, पलक, राशि, रूबी, कुमकुम व अंजलि की प्रविष्टियों को राज्य स्तरीय चयन में भेजी गई।

मौके पर डॉ. देव ने कहा- साक्षरता आवश्यक है। इसके बिना, वह जीवन जीना मुश्किल है जो हम चाहते हैं। अपने शुरुआती वर्षों से, साक्षरता कौशल आपको विकसित करने और संवाद करने में मदद करते हैं। 1967 से, अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का वार्षिक उत्सव 8 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है ताकि नीति-निर्माताओं, चिकित्सकों और जनता को अधिक साक्षर, न्यायपूर्ण, शांतिपूर्ण और टिकाऊ समाज बनाने के लिए साक्षरता के महत्वपूर्ण महत्व की याद दिलाई जा सके। विश्व साक्षरता दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा 1966 में की गई थी. सबसे पहला विश्व साक्षरता दिवस 8 सितंबर, 1967 को मनाया गया था।