दशलक्षण महापर्व का आज पांचवा दिन
आज दशलक्षण महापर्व का पांचवा दिन है। आज उत्तम सत्य धर्म का दिन है। आज का प्रथम अभिषेक व शांतिधारा सुरेश जैन, सौरभ जैन, गौरव जैन, वैभव जैन ने की। तत्पश्चात आरती, सामुहिक पूजन, दशलक्षण धर्म पूजन, उत्तम सत्य धर्म पूजन, आदिनाथ पूजन की गई। वहीं सायंकाल में आरती, शास्त्र वाचन हुआ जिसमें पंडित ज्ञानचंद जैन ने उत्तम सत्य धर्म के बारे में बताते हुए कहा कि जीवन में असत्य कभी नहीं बोलना चाहिए बल्कि जो सत्य है उसे धारण करना चाहिए। गीता में भी कहा गया है की जब सत्य की असत्य से लड़ाई होगी तो सत्य अकेला खड़ा होगा और असत्य की फौज लंबी होगी। क्योंकि असत्य के पीछे मूर्खों का झुंड होगा। वक्त के साथ चलना कोई जरूरी नहीं, सच के साथ चलिए, एक दिन वक्त आपके साथ चलेगा ।
एक असत्य शब्द, नर को नारकी बना सकता है जैसे नींबू की एक बूंद, पूरे दूध को फाड़ सकता है। उत्तम सत्य धर्म बतलाता है कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी और रावण नें असत्य की लड़ाई लड़ी थी । नतीजतन असत्य को पराजित होना पड़ा और सत्य की विजय हुई ।
अतः हमें जीवन में असत्य नहीं बोलना चाहिए क्योंकि झूठे व्यक्ति का कोई मोल नहीं होता है उस पर कोई विश्वास नहीं करता है।
कार्यक्रम में स्थानीय जैन मंदिर के अध्यक्ष राजेश जैन, मंत्री सुरेश पाटनी, कोषाध्यक्ष जुगल किशोर पाटनी के साथ सभी सदस्यों की उपस्थिति रही।
संवाददाता: अजय संतोषी