देवघर (शहर परिक्रमा)

कांग्रेस द्वारा आयोजित “संवाद आपके साथ” कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, कार्यकर्ताओं में भरा जोश

देवघर जिला कांग्रेस कमिटी द्वारा न्यू ग्रांड होटल सभागार में आयोजित “संवाद आपके साथ” कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने जोश और उर्जा डाला। प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार वो देवघर पहूंचे थे,जहां पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा फूल-मालाएं, अंगवस्त्र तथा बाबा वैद्यनाथ की मोमेंटो भेंटकर जोरदार स्वागत किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि के साथ पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख,ओबीसी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष साहू,सोसल मिडिया कार्डिनेटर गजेन्द्र सिंह,जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष मुन्नम संजय, जिलाध्यक्ष प्रो उदय प्रकाश के साथ प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संवाद कार्यक्रम के तहत् प्रदेश अध्यक्ष ने पहले पार्टी जिला संगठन के अग्रणी मोर्चा विभाग तथा प्रकोष्ठों, नगर तथा प्रखंड अध्यक्षों,पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं की सुनी और उनसे संवाद किया। अपनी बातों को रखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव पर सभी पार्टी संगठनों ने दंभ भरी।

सभी ने एक स्वर से देवघर जिला में देवघर तथा सारठ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को चुनाव लड़ने का मांग किया। उनका कहना है कि ये दोनों सीटों पर दो बार से भाजपा का कब्जा है। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का जनाधार काफी मजबूत है। इसलिए दोनों सीट हमलोग जीत लेंगें। कार्यक्रम में नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने संगठन की मजबूती पर आश्वस्त कराते हुए कहा कि आसन्न विधानसभा चुनाव कांग्रेस हर सीट से जीतने की ताकत रखती है। कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करने के पश्चात प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यक्रम को संबोधित कांग्रेस का इतिहास,भूमिका,निति सिद्धांतों,देश की आजादी से लेकर अबतक कांग्रेस के योगदान, त्याग तथा बलिदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश आजाद हुआ। कैसे आता ताई एवं अत्याचारी अंग्रेजी हुकूमत से देश त्राहिमाम था। देश के प्रथम प्रधानमंत्री से लेकर महान अर्थशास्त्री डा मनमोहन सिंह के कार्यकाल के प्रमुख कार्यों को गिनाया। कैसे कांग्रेस के नेताओं से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री आयरन लेडी इंदिरा गांधी,आधुनिक भारत के निर्माता राजीव गांधी ने अपने जान की कुर्बानी देकर देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखा। गरीब, मजदूर,किसान के साथ सभी के लिए कार्य किया। पंडित जवाहरलाल नेहरू के पंचवर्षीय योजना, कृषि के साथ औद्योगिक क्षेत्र में विकास,यूपीए सरकार के खाद्य सुरक्षा बिल, सूचना का अधिकार अधिनियम,शिक्षा का अधिकार अधिनियम के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया। आधारभूत संरचना तैयार कर मूलभूत सुविधाऐं देकर मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया।


आज उसी मार्ग को अपनाते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस के निति सिद्धांतों को आगे बढ़ाते हुए गठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार ने भी राज्य के साढ़े तीन करोड़ की जनता हर जाति,वर्ग समुदाय के लिए ऐतिहासिक कार्य कर रहे हैं। राज्य सरकार के कार्यों से विपक्ष धाराशाई हो गई है। पुनः आप सभी कार्यकर्ताओं के बदौलत राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी।
पूंजीपतियों के लिए बनी केन्द्र की सरकार जहां चंद मित्रों के लिए काम कर रही है, वहीं झारखंड सरकार गरीब, मजदूर,किसान, महिलाओं, बच्चों के लिए काम कर रही है। महिला सशक्तिकरण के लिए सावित्री बाई फुले योजना, मुख्यमंत्री मेइया योजना,सर्वजन पेंशन,कृषि श्रण माफी योजना के साथ दर्जनों लोक कल्याणकारी योजनाओं से राज्य वासियों को लाभ पहुंचा रहे हैं। इससे भाजपा की हालत खराब हो गई है। उनके पास कोई जनमुद्दा नहीं रहा है।
राज्य में भाजपा के पांच पूर्व मंत्री नाकाम बन गए हैं। उनका असर खत्म हो जाने के कारण झारखंड में आयातित नेता आसाम और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा पूर्व मंत्री लगाए गए हैं। यहां तक रेल मंत्री के साथ की केंद्रीय मंत्री को झारखंड में लगाए गए हैं। देश के प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री को बार-बार झारखंड आना पड़ रहा है। ये है हेमंत सोरेन की उपलब्धि और सरकार की लोकप्रियता।

झारखंड राज्य बनाने में कांग्रेस का भी विशेष योगदान रहा है। झारखंड राज्य गठन के लिए विभाजित बिहार सरकार में कांग्रेस के 11 मंत्रियों ने एक जुटता के साथ मंत्री पद को त्याग दिया था। उस समय बिहार सरकार में पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू था। लेकिन झारखंड राज्य गठन के बाद बाबूलाल के मुख्यमंत्री बनते ही भाजपा के निर्देश पर यहां ओबीसी का आरक्षण घटाकर 14% दिया गया। वर्तमान राज्य सरकार ने ओबीसी के लिए आरक्षण की सीमा को बढ़ाने तथा स्थानीय नीति के लिए दो बार विधेयक राज्यपाल के पास भेजा गया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के इसारे पर राज्यपाल इस विधेयक को दबा कर रखें है । उनकी मनसा नहीं है कि यहां के पिछड़ा वर्गों को उचित सम्मान मिले और झारखंड वासियों को अपना हक अधिकार मिले।

प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

प्रेस को संबोधित करते हुए झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के केशव महतो कमलेश ने कहा कि आज हम संवाद आपके साथ कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ताओं के बीच आए हैं। एक दूसरी की बातों को सुनकर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने पहुंचे हैं। यहां का संगठन काफी मजबूत है।पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की मांग होती है रही है कि हर सीट पर चुनाव लड़ें । यहां भी देवघर एवं सारठ विधानसभा क्षेत्र पर चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की है। लेकिन सीट शेयरिंग गठबंधन धर्म का पालन करते हुए तय किया जाएगा और जो भी सीट हमें मिलेगी उसे पर पूरी मुस्तैदी से चुनाव लड़ेंगें‌और जीतेंगें।

इससे पूर्व बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचकर झारखंड वासियों की कुशल क्षेम की कामना की तथा हमने बाबा से आशीर्वाद लिया और मांगा कि राज्य में फिर से गठबंधन की सरकार पूर्ण बहुमत से बने। ताकि झारखंड वासियों, के साथ यहां का विकास और कल्याण हो ।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश के सचिव नरेश वर्मा रवींद्र वर्मा, राजेंद्र दास,अशोक सिंह,अवधेश प्रजापति, फैयाज केसर, जिला के पदाधिकारी सुधीर देव,पंजाबी रावत,संजीव झा,महेशमणी द्वारी, रविंद्र नाथ मिश्रा, दिनेशानंद, जियाउल हसन, मकसूद आलम, दीपक सिंह, आदरणीय मोर्चा संगठन के जिला अध्यक्ष कुमार राज,प्रमिला देवी, बासुकी पंडित,मो नसीम,सिराज अंसारी, बेलालुद्दीन, प्रखंड अध्यक्ष हेमंत चौधरी, गुलाब यादव, नैयाज अहमद, नटराज प्रदीप, संजीव चौधरी, नरेश यादव, त्रिपुरारी सिंह,मो सेफ, सुभाष मंडल,उमेश रजक,अनिल राउत, के साथ नजाबुल अंसारी,महिला नेत्री चमेली देवी,नाहिदा सुल्तान, सविता घोष,सेवादल के ओम प्रकाश यादव,नित्यानंद सेवक, राशिद रोमी, रोशन आरा,अश्विनी सिंह, सूरज, गुलाब मंडल, प्रीतम,भारद्वाज, सदाशिव राणा,अजय कुमार,अनंत मिश्रा, प्रद्युम्न रवानी,विनोद मनी, चंदन, अजय कृष्णा, कुमार बाबा,अंकुर केसरी,आदर्श केसरी, गोलू, किशोर शाही,नसीर मास्टर, इम्तियाज शेख, विकास यादव,मो नौशाद,सयुब अंसारी, लखेश्वर पंडित, चंद्रदेव दास, डॉ के के रवानी,बमशंकर यादव, केदार दास,मदन मोहन सिंह,अर्जुन सिंह, कामदेव यादव,मुस्लिम अंसारी, किशोर रवानी,नकूल दास आदि सैकड़ों ने भाग लिया।