सार्वजनिक भारती पुस्तकालय में मना हिंदी पखवारा समारोह
वक्ताओं ने हिंदी के प्रति की आस्था व्यक्त
देवघर (22 सितंबर): स्थानीय शिवगंगा तट स्थित सार्वजनिक भारती पुस्तकालय में रविवार को हिंदी पखवारा समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर वक्ताओं ने हिंदी की उत्थान के लिए तरह तरह के विचार व्यक्त किये। वहीं मुख्य अतिथि डॉ. नागेश्वर शर्मा ने कहा कि आज हिंदी कमजोर है,या मजबूत है इसके लिए हमारी दोहरी मानसिकता जिम्मेवार है। हिंदी को वास्तविक स्थान तभी प्राप्त होगा,जब हम अपनी कथनी और करनी में एकरूपता लाएंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज सरकार की हिंदी के प्रति उपेक्षापूर्ण नीति के कारण देश मे विख्यात संस्थान हिंदी विद्यापीठ में नार्थ ईस्ट के अहिन्दी भाषी छात्र हिंदी की पढ़ाई करने से वंचित हो गए हैं। उन्होंने हिंदी को रोजगारोन्मुख भाषा बताते हुए इसके विकास के लिए सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विद्वान श्री मोतीलाल द्वारी ने हिंदी को धैर्यवान, सहनशील एवं संघर्षशील बताते हुए कहा कि हिंदी का भविष्य उज्ज्वल है। ये विदेशों में भी स्थापित हो चुकी है। विशिष्ट अतिथि अवकाश प्राप्त मुख्य अभियंता ओ.पी.मिश्रा ने हिंदी दिवस की पखवारा समारोह मनाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस बीच अन्य वक्ताओं में युवा लेखक हिमांशु झा, कवि नरेश साह, प्रशांत कुमार सिंह, गणेश प्रसाद, अनिल कुमार झा, रवि शंकर साह, आर.के.झा, डॉ. शिप्रा झा, डॉ. शंकर मोहन झा, कवियत्री सोनम झा, सोनाली भारती, ध्रुव देव, विजय शंकर राय, दीपनारायण झा एवं श्री सर्वेश्वर दत्त द्वारी समेत अन्य विद्वतजनों ने हिंदी के सम्मान में अपनी काव्य संग्रह व कविता पाठ किया।
अंत मे धन्यवाद ज्ञापन पूर्व प्राचार्य प्रो.अनिल कुमार झा ने किया। कार्यक्रम के संचालनकर्ता उमाशंकर राव ‘उरेन्दू’ व आयोजनकर्ता प्रेमनाथ पांडेय की मुख्य भूमिका रही।
रिपोर्ट: शम्भूनाथ सहाय