इंग्लिश चैनल पार करने वाली एशिया की पहली महिला तैराक को जानें
24 सितम्बर: महिला तैराक आरती साहा की जयंती पर विशेष
भारत की पुण्य भूमि में आज ही के दिन 24 सितंबर, 1940 को कोलकाता में भारतीय महिला तैराक आरती साहा का जन्म हुआ था।
आरती साहा भारत तथा एशिया की पहली महिला इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रसिद्ध तैराक थीं। कलकत्ता, पश्चिम बंगाल की मूल निवासी आरती ने चार साल की उम्र से ही तैराकी शुरु कर दी थी। उनका पूरा नाम आरती साहा ‘गुप्ता’ है। सचिन नाग ने उनकी इस प्रतिभा को पहचाना और उसे तराशने का कार्य शुरु किया। 1949 में आरती ने अखिल भारतीय रिकार्ड सहित राज्यस्तरीय तैराकी प्रतियोगिताओं को जीता। उन्होंने 1952 में हेलसिंकी ओलंपिक में भी भाग लिया। भारतीय पुरुष तैराक मिहिर सेन से प्रेरित होकर उन्होंने इंग्लिश चैनल पार करने की कोशिश की और 29 सितम्बर 1959 को वे एशिया से ऐसा करने वाली प्रथम महिला तैराक बन गईं। उन्होंने 42मील की यह दूरी 16 घंटे 20 मिनट में तैय की। उन्हें 1960 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। 1998 में भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल करने वाली भारतीय महिलाओं की स्मृति में जारी डाक टिकटों के समूह में आरती शाहा पर डाक विभाग ने एक टिकट जारी किया गया था। पीलिया के कारण 23अगस्त 1994 को उनकी मृत्यु हो गई। वे मरकर भी अमर हैं।