डीएवी कोडरमा में मनाया गया ‘ग्लोबल हैंडवाशिंग डे’
डीएवी पब्लिक स्कूल झुमरी तिलैया, कोडरमा में ग्लोबल हैंड वाशिंग डे पर बच्चों ने लोगों को जागरूकता अभियान के द्वारा स्वास्थ्य के प्रति सतर्क किया। इस अवसर पर बच्चों ने पोस्टर, भाषण एवं एक्टिविटी के द्वारा लोगों के अंदर खाने के पहले, बाद में, शौच के उपरांत तथा बाहर से आने पर हाथ धोना नितांत आवश्यक है ,इस बात से अवगत कराया। हाथ धोने से हमारे हाथ के सारे कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। हाथ नहीं धोने पर यही कीटाणु हमारे पेट में जाकर अनेकानेक बीमारियों का कारण बनते हैं। हमें अपनी साफ -सफाई स्वयं रखना चाहिए।
11वीं कक्षा की प्रेरणा यादव ने हिंदी में ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे पर लोगों को बताया कि यह एक प्रमुख सामाजिक अभियान है। इसमें हमें अपनी पूर्ण सहभागिता निभानी चाहिए । यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। पांचवी कक्षा की अनुष्का गुप्ता एवं अनारध्या कश्यप ने एक्टिविटी के द्वारा हाथ धोकर बच्चों को दिखाया कि हमें किस तरह से साबुन तथा हैंड वॉश से खूब अच्छी तरह से हाथ धोना चाहिए।कुछ भी खाने से पहले हमें अच्छी तरह से हाथ धोना चाहिए। इस वर्ष 2024 के वैश्विक हाथ धुलाई दिवस की थीम ‘साफ हाथ अभी भी महत्वपूर्ण क्यों है’? इसे हम सभी को जानना बहुत ही आवश्यक है। इससे वायरस और हानिकारक कीटाणुओं से हम बच सकते हैं। हमें हाथ धोने की आदत स्वयं में अपनाना चाहिए।
मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने बच्चों को अभिप्रेरित करते हुए कहा कि ग्लोबल हैंडवाशिंग डे एक प्रमुख सामाजिक अभियान है जो विश्वभर में हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों को साफ सुथरे हाथों की महत्ता के बारे में जागरूक किया जाता है और हाथों को बचाने और स्वच्छ रखने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है। साबुन और पानी से हाथ धोना डायरिया और निमोनिया जैसे संक्रमणों को रोकने के सबसे कुशल और कम लागत वाले तरीकों में से एक है। साबुन से हाथ धोना इन संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे प्रभावशाली और सस्ती रणनीतियों में से एक है। हाथों को अच्छी तरह से धोना और साफ रखना स्वच्छता की ओर पहला कदम माना जाता है। हाथ धोने से आप खुद को साफ रखते हैं और शरीर को कई खतरनाक बीमारियों से दूर रख सकते हैं। हाथ धोने से आप सिर्फ खुद ही नहीं बल्कि दूसरे लोगों को भी बीमार और संक्रमित होने से बचा सकते हैं। यही वजह है कि घर हो या स्कूल बच्चों को हर जगह हाथ धोने और बेसिक हाइजीन बरतने के बारे में सिखाया जाता है। क्या आप जानते हैं बार-बार हाथ धोने के लिए ही क्यों कहा जाता है। इसके पीछे के कई कारण है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि हाथों में कई ऐसे छोटे छोटे जर्म्स छिपे होते हैं जो सीधे हमारे शरीर के अंदर जा सकते हैं। इससे शरीर बड़ी-बड़ी बीमारियों का घर बन सकता है। खासतौर से जब हम किसी बाजार, भीड़वाली जगह या पार्टी से आए होते हैं तो हमारे हाथ बहुत सारे जर्म्स को अपने साथ ले आते हैं। इससे बीमार होने और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।वैसे कोरोना काल में लोगों ने हाथ धोने और उसके महत्व के बारे में अच्छी तरह से समझ लिया है। लेकिन जैसे ही कोरोना का कहर कम हुआ है लोगों ने फिर से लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है। एक रिसर्च की मानें तो अगर सभी लोग ठीक से हाथ धोएं तो इससे हर साल 10 लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में रोबिन प्रसाद वर्मा, लक्ष्मी गुप्ता ,विनीत कुमार एवं शुभश्री रथ ने भूमिका निभाई।