एक हुए देसी दूल्हा और विदेशी दुल्हन
देवघर: प्यार यह एक ऐसा शब्द है जो कब किससे हो जाए कोई नहीं जानता और भगवान भी सच्चे प्यार करने वालों साथ देते हैं और उन्हें हमेशा के लिए एक दूसरे का बनाकर रख देते हैं। ऐसा ही एक दृश्य बुधवार को बाबा मंदिर में देखने को मिला जहां एक देसी दूल्हा और विदेशी दुल्हनिया ने अपने प्यार को शादी के बंधन में बंधे और दोनों एक दूसरे के लिए हमेशा के लिए हो गए। देवघर के राहुल कुमार राकेश और रूस की सेनिया दोनों ने बुधवार को बाबा बैद्यनाथ को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और हमेशा के लिए शादी के बंधन में बंध गए।
जसीडीह थाना क्षेत्र के रोहिणी के सिंहजोरी गांव निवासी प्रोफेसर लक्ष्मण प्रसाद सिंह के पुत्र राहुल कुमार राकेश जो की रसिया में इंडियन एंबेसी में पोस्टेड थे वहीं एक साल पहले उनकी मुलाकात मास्को की रहने वाली सेनिया से हुई और पहली नजर में ही दोनों एक दूसरे को पसंद आ गए। धीरे-धीरे मुलाकात बढ़ती गई और मुलाकात जल्द ही प्यार में बदल गया।
राहुल कुमार राकेश ने बताया कि पहले ही नजर में सेनिया और हम एक दूसरे को पसंद आ गए और हमने शादी का फैसला किया। हम दोनों के घर वाले भी तैयार हो गए। दोनों परिवारों के रजा मंदी से पहले हमने कोर्ट मैरिज की। इसके बाद अपने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार आज यहां शादी के बंधन में बंध रहे हैं।
रूस की रहने वाली सेनिया ने बताया कि भारतीय संस्कृति और धर्म के विषय में किताबों में ही पड़ा था और दूसरों से ही सुना था। कभी देखने का मौका नहीं मिला था लेकिन भगवान ने मेरी इच्छा पूरी कर दी और मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ कि भारतीय संस्कृति के रंग में मैं रंग सकूं। यहां की संस्कृति और रीति रिवाज सबसे अलग हैं और बहुत ही अच्छे हैं। यहां के रीति रिवाज को देखकर बहुत सुखद अनुभूति का एहसास हो रहा है।
उन्होंने बताया कि अभी उन्हें हिंदी बोलने में कठिनाई होती है लेकिन जल्द ही यहां की भाषा को समझ लेंगीं। सानिया के साथ उनकी एक दोस्त डैनी भी इस शादी में शामिल होने के लिए आई और यहां की रीति रिवाज एवं संस्कृति को देखकर काफी प्रफुल्लित हुई।
संवाददाता: अजय संतोषी