फाइलेरिया मरीजों के बीच निःशुल्क एमएमडीपी किट एवं फाइलेरिया चप्पल वितरण
देवघर: आज जिला भीबीडी कार्यालय परिसर, सदर अस्पताल देवघर में वार्ड संख्या 7, 15 एवं 20 से 32 तक में रहने वाले सभी फाइलेरिया मरीजों के बीच निःशुल्क एमएमडीपी (मोर्बिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन) किट वितरण कैंप में लिम्फेटिक फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत आज कुल 10 फाइलेरिया ग्रसित लिंफोडेमा के मरीज उपस्थित हुए। जिन्हें फाइलेरिया का निःशुल्क एमएमडीपी किट एवं चप्पल वितरण किया गया। अबतक कुल 36 मरीज आकर निःशुल्क एमएमडीपी प्राप्त कर चुके हैं। इस कार्यक्रम का संचालन जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार यादव के निर्देशानुसार और जिला भीबीडी सलाहकार डॉ. गणेश कुमार के मार्गदर्शन में किया गया।
डॉ. गणेश कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत में सभी उपस्थित फाइलेरिया मरीजों को फाइलेरिया बीमारी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया गया कि यह संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है, जिसके काटने से अपने-आपको बचाने हेतु हमेशा मच्छरदानी में सोएं तथा अपने आस-पास साफ-सफाई और जल जमाव नहीं करने आदि के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही इसके बचाव, रोकथाम एवं नियंत्रण, खान-पान, परहेज व व्यायाम करने संबंधी जानकारी के बाद आवश्यक दवाओं की खुराक प्रदान की गई। एमएमडीपी किट में विभिन्न उपयोगी सामग्रियाँ शामिल थीं, जैसे कि टब, मग, विशेष प्रकार की फाइलेरिया चप्पल, डेटॉल, तौलिया, साबुन, ग्लव्स और एंटीसेप्टिक क्रीम का उपयोग करने के बारे में बताया और कहा कि ये सभी सामग्रियाँ फाइलेरिया मरीजों के दैनिक जीवन में कैसे सहायक सिद्ध होंगी और उनकी देखभाल में कैसे मदद करेंगी।
इस वितरण के साथ-साथ, सभी मरीजों के लिए एक ओरिएंटेशन सत्र का भी आयोजन किया गया। इस सत्र में पीरामल फाउंडेशन से पंकज कुमार (प्रोग्राम ऑफिसर) ने भाग लिया। उन्होंने मरीजों को बताया कि इस एमएमडीपी किट का सही उपयोग कैसे करना है और प्रभावित अंगों की देखभाल के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पंकज कुमार ने विशेष रूप से फाइलेरिया मरीजों को यह समझाने की कोशिश की कि सही देखभाल और स्वच्छता कितनी महत्वपूर्ण है, ताकि वे अपनी स्थिति को बेहतर ढंग से प्रबंधित कर सकें।
इसके अतिरिक्त, मरीजों को एक्सरसाइज के बारे में भी जानकारी दी गई। नियमित व्यायाम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि इसे करने से फाइलेरिया द्वारा प्रभावित अंग के सूजन में कमी एवं राहत मिलेगी। इस सत्र में मरीजों को फाइलेरिया को कम करने हेतु सरल और प्रभावी एक्सरसाइज तकनीकों के बारे में बताया गया, जिन्हें वे अपने घर पर आसानी से कर सकते हैं।
फाइलेरिया से प्रभावित मरीजों को प्रोफाइलेक्टिक खुराक में एल्बेंडाजोल तीन दिन और डीईसी (डायइथाइलकार्बामाज़िन साइट्रेट) की 12 दिनों की दवाओं की खुराक भी प्रदान की गई। ये दवाएँ फाइलेरिया के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगी। दवाओं के सही सेवन के बारे में भी मरीजों को विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि वे अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख सकें।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल फाइलेरिया मरीजों को आवश्यक सामग्री और दवाएँ प्रदान करना नहीं था, बल्कि उन्हें अपनी स्थिति के प्रति जागरूक करना और स्व-देखभाल के लिए प्रेरित करना भी था।
यह कैंप 20 से 22 दिसंबर 2024 को आयुष्मान आरोग्य मंदिर, बरियारबांधी, देवघर में वार्ड संख्या 33 से 36 तक में निवास करने वाले फाइलेरिया मरीजों को निःशुल्क एमएमडीपी किट, चप्पल एवं दवादि वितरित किया जाएगा।
जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार यादव के निर्देशानुसार और जिला भीबीडी सलाहकार डॉ. गणेश कुमार के अतिरिक्त परिमल दास, फाइलेरिया लिपिक, एमपीडब्ल्यू – राकेश कुमार, रूपेश कुमार, नितेश कुमार, कांग्रेस मंडल, रवि सिन्हा एवं अन्य कर्मचारी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। जिला भीबीडी कार्यालय, देवघर के समर्पित स्वास्थ्य कर्मियों का प्रयास इस दिशा में अत्यंत सराहनीय रहा है।