10 से 25 फरवरी, 2025 तक आयोजित होगा मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम
देवघर: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर के निर्देशानुसार दिनांक 16.01.2025 को उप विकास आयुक्त नवीन कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समिति सह जिला टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उप विकास आयुक्त ने किए जा रहे विभिन्न कार्यों की बिंदुबार समीक्षा करते हुए किए जाने वाले कार्यों को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों की टीम को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया। इस दौरान फाइलेरिया से रोकथाम के लिए एमडीए राउंड को लेकर जिला समन्वय समिति बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सिविल सर्जन डॉ. जुगल किशोर चौधरी, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार यादव, जिला भीबीडी कंसल्टेंट डॉ गणेश कुमार यादव, देवघर एम्स के डॉ बिजीत विश्वास और राज्य मुख्यालय से पीरामल फाउंडेशन के संजय गुप्ता ने बारी-बारी से फाइलेरिया की जानकारी देते हुए बताया कि 10 फरवरी 2025 से 25 फरवरी 2025 तक चलाए जाने वाले एमडीए कार्यक्रम में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा एवं एलबेंडाजोल और डीईसी दवाओं का सेवन दवा प्रशासक के माध्यम से अपने सामने किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि एलबेंडाजोल और डीईसी दवाओं के सेवन से फाइलेरिया जैसे बीमारी का रोकथाम 99 प्रतिशत तक संभव है। वर्ष 2025 में 1710348 जनसंख्या को दवा खिलाने का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है। 1 साल से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को इस दवा का सेवन नहीं करने की बात कही गई। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जाने वाले इस अभियान को बैठक में उपस्थित सभी संबंधित विभाग यथा- शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क, जेएसएलपीएस, स्वास्थ्य, पंचायती राज, पेयजल एवं स्वच्छता अंतर्गत सभी प्रखंडों के एमओआईसी और बीपीएम, एमटीएस, एस.आई/एसडब्ल्यू, बीटीटी, सहिया एमपीडब्लू आदि के समन्वय से जनजागरुकता अभियान में सहयोग करने हेतु निदेशित किया गया।
इसके अलावे बैठक के दौरान उप-विकास आयुक्त ने कहा कि सभी विभाग को फाइलेरिया जैसी बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए एक प्लेटफॉर्म पर आकर काम करना होगा। एमडीए राउंड को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों कों जागरूकता कार्यक्रम अवश्य संचालित करने हेतु निदेशित किया गया। साथ ही डीपीएम, जेएसएलपीएस को महिला विंग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाने हेतु निदेशित किया गया। वहीं फाइलेरिया कार्यक्रम के लिए सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन को सभी संबंधित विभागों तक आईईसी सामग्री उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। पिरामल फाउंडेशन के राज्य प्रोग्राम मैनेजर श्री संजय गुप्ता ने पंचायत और कम्युनिटी के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाने की बात कही। सभी विभागों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने एवं प्रत्यक्ष रूप से दवा सेवन कराने में सहयोग करने की बात कही गई। साथ ही समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही 18 जनवरी से 09 फरवरी तक फाइलेरिया जागरूकता अभियान का आयोजन किया जायेगा। गांव में ग्रामसभा, रात्रि चौपाल कर जन प्रतिनिधियों के द्वारा फाइलेरिया रोग से संबंधित संदेश पढ़कर लोगों को बताया जाएगा। नगर निगम के कचरा गाड़ी से कार्यक्रम के पूर्व एवं कार्यक्रम के दौरान विभाग द्वारा उपलब्ध माईकिंग को चलाकर जनजागृति करना है।
अंत में फाइलेरिया उन्मूलन और एमडीए कार्यक्रम 2025 के सफल क्रियान्वयन हेतु शपथग्रहण समारोह का आयोजन एवं हेंट-आउट का भी लोकार्पण उप-विकास आयुक्त द्वारा किया गया। आगे उप विकास आयुक्त द्वारा नियमित टीकाकरण को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक में टीकाकरण उपलब्धि को शत प्रतिशत सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करने का निदेश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया।
बैठक में उपरोक्त के अलावे नगर आयुक्त रोहित सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी, जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार यादव, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मनोज गुप्ता, जिला भीबीडी सलाहकार डॉ गणेश कुमार यादव, जिला एपीडेमोललोजिस्ट डॉ मनीष शेखर, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कुमारी रंजना, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, कार्यक्रम प्रबंधन इकाई, आईसीडीएस शहरी, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, जेएसएलपीएस, पिरामल फाउंडेशन समेत सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।