दुमका: विभिन्न समस्याओं के निदान को लेकर एकजुट हुए शिक्षक
दुमका: वर्षों से पदोन्नति तथा सेवा संपुष्टि के लिए संघर्ष कर रहे शिक्षक अंततः रविवार को शिक्षक संघ भवन दुमका में एकजुट हुए, जिसमें विभिन्न शिक्षक संघ से जुड़े कई सदस्य शामिल थे। वरिष्ठ शिक्षिका पूनम भगत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शिक्षक संघ प्रतिनिधियों ने शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं और उसके शीघ्र निदान हेतु गंभीर चर्चा की।
शिक्षकों का कहना है कि हाल में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से स्थानांतरण हेतु ट्रांसफर पोर्टल पर सरप्लस शिक्षकों की जो सूची जारी की गई है, वो त्रुटिपूर्ण है। इसमें शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत विद्यालय में शिक्षकों के पदस्थापन के नियम की घोर अवहेलना की गई है।
विदित हो कि प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 5 के लिए 30 बच्चों पर एक शिक्षक के पदस्थापन का प्रावधान है, जबकि कक्षा 6 से 8 के लिए 35 बच्चों पर विषयवार (भाषा,कला और विज्ञान) एक-एक शिक्षक की नियुक्ति का प्रावधान है। विभाग द्वारा जारी पोर्टल पर कई विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों को ओवर यूनिट दर्शाया गया है।
शिक्षकों का यह भी मानना है कि जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा वरीयता से संबंधित जो मास्टर सूची का प्रकाशन किया गया है,उसमें गंभीर त्रुटियां हैं। शिक्षक प्रतिनिधियों का कहना है कि विभिन्न प्रखंडों के निकासी एवं व्यनन पदाधिकारियों द्वारा जो सूची जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को सौंपी गई थी,जिला स्तर पर जारी समेकित सूची के आंकड़ों में गंभीर त्रुटियां हैं। ऐसा जानबूझकर शिक्षकों को परेशान करने और समस्या को जटिल बनाने के लिए की गई है। शिक्षकों की मांग है कि निकासी एवं व्यनन पदाधिकारियों द्वारा सत्यापित कर जो सूची जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय को सौंपी जाती है,उसका हूबहू प्रकाशन होना चाहिए। शिक्षकों ने तय समय सीमा के अंदर ग्रेड 3,4और7 में शामिल होने वाले शिक्षकों की सूची यथाशीघ्र जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी किये जाने की आवश्यकता जताई।
शिक्षकों का यह भी कहना था कि वर्षों से नियमित वेतन पा रहे शिक्षक जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से सेवा संपुष्टि के के लिए उस पत्र को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में प्रस्तुत करें, जो पत्र कभी भी जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय द्वारा अलग-अलग सभी शिक्षकों को दी ही नहीं गई।
इन समस्याओं पर जिला शिक्षा अधीक्षक से वार्ता हेतु शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल जिसमें जोयेल हांसदा, विश्वनाथ गोराई,राजीव लोचन सिंह, गोनेलाल सोरेन, असित दत्ता, पूनम भगत तथा शौकत अली शामिल किए गए हैं।
बैठक में शिक्षक अरविंद साह, वीरेंद्र प्रसाद, बाबूलाल हेंब्रम, नंदकिशोर बास्की, सत्येंद्र मुर्मू, मैनेजर टुडू, छोटे लाल राउत, प्रदीप गुप्ता, अभय कांत मिश्र तथा मदन कुमार आदि शामिल थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan