जन्मभूमि, कर्मभूमि एवं ज्ञान भूमि मेरे जीवन के लिए प्रेरणास्रोत एवं पूजनीय स्थल: डॉ. धुनि सोरेन
दुमका: बुधवार को डिस्ट्रिक्ट सीएम स्कूलऑफ एक्सिलेंस, दुमका (प्लस टू जिला स्कूल,दुमका) के पूर्ववर्ती छात्र इंग्लैंड में रहने वाले एनआरआई भारतीय डॉ. धुनि सोरेन ने अपने विद्यालय प्लस टू जिला स्कूल, दुमका का सपरिवार भ्रमण किया।
विद्यालय पहुँचने पर डॉ. धुनि सोरेन एवं उनके परिवार के सदस्यों का स्वागत विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सत्येन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों द्वारा किया गया। विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों एवं छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डॉ. धुनि सोरेन ने कहा कि जन्मभूमि, कर्मभूमि एवं ज्ञान भूमि मेरे जीवन के लिए प्रेरणास्रोत एवं पूजनीय स्थल। डॉ. धुनि सोरेन ने कहा कि मुझे गौरव होता है कि मैं दुमका के ऐतिहासिक विद्यालय प्लस टू जिला स्कूल का पूर्ववर्ती छात्र रहा हूँ। प्लस टू जिला स्कूल, दुमका मेरे लिए एक पूजनीय स्थल है। भारतीय होने पर भी मुझे गौरव है। रोजगार की खोज में आप कही भी चले जाइए लेकिन वहां जाकर भी अपने मातृभूमि, ज्ञानभूमि, अपने जननी, गुरु एवं कुटुम्ब को हमेशा सम्मान करते हुए दील में बसा कर रखिए। डॉ. धुनि ने कहा कि आज हमारा देश भारत चंद्रयान 3 के माध्यम से चांद फतह करने जा रहा है। डॉ. धुनि सोरेन अपने पिता जी परगनैत राम सोरेन के यादगार में परगनैत राम सोरेन मेमोरियल ट्रस्ट चलाते हैं, जो सामाजिक क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देता है। परगनैत राम सोरेन मेमोरियल ट्रस्ट के माध्यम से प्लस टू जिला स्कूल,दुमका में भी बच्चों के लिए वाटर फिल्टर उपलब्ध कराया गया है। डॉ. धुनि सोरेन ने इंटर संकाय में छात्राओं के कॉमन रूम में एक वाटर फिल्टर लगाने का वादा किया है। परगनैत राम सोरेन मेमोरियल ट्रस्ट के माध्यम से प्लस टू जिला स्कूल दुमका के एक पूर्ववर्ती छात्र का बीटेक की पढ़ाई का खर्च भी वहन किया जाता है।
डॉ. धुनि सोरेन एवं उनके परिवार के सदस्यों का स्वागत विद्यालय में करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ. सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र जीवन मे सफलता के चर्मोत्कर्ष पर पहुँचकर जब परिवार के साथ अपने विद्यालय का भ्रमण करने के लिए आते हैं तो वह पल पूरे विद्यालय परिवार के लिए गौरवशाली क्षण होता है। डॉ. सत्येन्द्र ने कहा कि प्लस टू जिला स्कूल दुमका का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। यहाँ से शिक्षा प्राप्त कर बहुत छात्र देश विदेश में ज्ञान की आभा विखेर रहे हैं। विद्यालय की शिक्षिका लखी टुडू ने सभी अतिथियों का स्वागत संस्थाली रीति रिवाजों के साथ संस्थाली भाषा में किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. दिलीप कुमार झा ने किया। डॉ. झा ने कहा कि विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र डॉ. धुनि सोरेन विद्यालय के छात्र छात्राओं एवं आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
मौके पर डॉ. धुनि सोरेन के पुत्र राज सोरेन, राकेश सोरेन, पुत्री शिल्पी सोरेन, दामाद सनातन मुर्मू, बहू लुखी सोरेन, पोती इमानि, तारा, पोता रंमिला, विद्यालय परिवार के डॉ. दिलीप कुमार झा, मुदस्सर सुल्तान, महेन्द्र राज हंस, स्नेहलता मराण्डी, रूपेश कुमार झा, संजय कुमार सिन्हा, प्रदीप कुमार, रंजीत लायक, लखी टुडू, अर्चना कुमारी, प्रकाश कुमार घोष, दिलीप कुमार, विद्यासुन्दर नन्दी, सुशीला किस्कू, पार्थ प्रतिम कुण्डू, राजेश कुमार साह,सुचरिता मित्रा, अनन्या बनर्जी, स्वीटी सोरेन, आराधना कुमारी, हरेकृष्ण झा एवं सुबोध कुमार मंडल के अलावे विद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan