बाबा मंदिर की परंपरा तोड़ना अनुचित: कृष्णानंद झा
पिछले दिनों बाबा मंदिर में देर रात तक चल चढ़ने को लेकर पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा ने कड़ा एतराज जताया है। श्री झा ने कहा कि बाबा मंदिर की सारी परंपराओं को मंदिर में पद स्थापित पदाधिकारीगण तोड़ते हुए इसे ध्वस्त करने का कार्य किया है। अब तक के इतिहास में सुबह साढ़े तीन बजे जो मंदिर का पट खुलने का समय है, उस वक्त बाबा का संध्याकाल में होने वाला श्रृंगार किया गया। ये कहीं से भी न धर्मगत है,और न ही बैद्यनाथधाम की पूजा पद्धति के अनुकूल ही है।
उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि जब तक मंदिर की व्यवस्था सरकारी पदाधिकारी के नियंत्रण में रहेगा, इसी तरह के अनुचित कार्य किये जाते रहेंगे ताकि मंदिर की परंपरा समाप्त हो जाय। श्री झा ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा इस तरह के कार्य से बैद्यनाथधाम की शास्त्र संगत नियम सिर्फ मजाक बनकर रह जायेगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत मे जितने भी मंदिर सरकारी तंत्र के अधीन हैं, वहां इस प्रकार की परंपरा नहीं तोड़ी गई है,जो हमारे यहां बैद्यनाथ मंदिर में हुआ। अंत मे श्री झा ने कहा कि अब समय आ गया है कि इस तरह के क्रिया कलाप के विरुद्ध उच्च न्यायालय को अवगत कराना चाहिए, ताकि उच्च न्यायालय से उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।