लोगों को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य बड़े शहरों में नहीं बल्कि प्रखंड स्तर पर मिले इसका हमें प्रयास करना है: आनंद शेखर
दुमका: शहर के कन्वेंशन सेंटर में बुधवार को नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा संचालित आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।
नीति आयोग के आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अतिरिक्त मिशन निदेशक आनन्द शेखर एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त मिशन निदेशक आनन्द शेखर एवं उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे के द्वारा संबंधित पंचायत के कर्मियों से बात की गई। स्वास्थ्य के इंडिकेटर बढ़ने को लेकर एक एक कर संबंधित आंगनवाड़ी सेविका, सहिया दीदी व अन्य अधिकारियों/कर्मियों से कार्यों में आ रही परेशानी के बारे में पूछा। कहा कि आंगनवाड़ी समय अनुसार चलाए जाए और बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। पंचायत स्तर पर चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है, कोई भी समस्या आती है तो विभाग को अवगत कराए। अपने क्षेत्र के जन प्रतिनिधि से भी सहयोग ले सकते है। इस दौरान सहिया दीदियों ने कई सुझाव भी दिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिरिक्त मिशन निदेशक श्री शेखर ने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम का प्रारंभ जनवरी 2018 में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा 112 सबसे कम विकसित क्षेत्रों को बदलने के लिए प्रारंभ किया गया था। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के सफलता को देखते हुए 7 जनवरी 2023 को प्रखंडों को विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में झारखंड में कुल 34 प्रखंडों को आकांक्षी प्रखण्ड कार्यक्रम अंतर्गत चयन किया गया है, इसमें दुमका जिला के 2 प्रखंड रामगढ़ एवं जरमुंडी को शामिल किया गया है। इसमें अलग-अलग कुल 9 विभागों के 39 सूचकांकों पर कार्य किया जा रहा है। इसकी रैंकिंग त्रैमासिक स्तर पर नीति आयोग द्वारा जारी किया जाता है एवं रैंकिंग के आधार पर आधारभूत सुविधा में सुधार किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के इस चिंतन शिविर में 75% महिलाए उपस्थित है, महिलाओं के अगुवाई में विकास कार्य हो रहे है। लोगो को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य बड़े शहरों में नहीं बल्कि प्रखंड स्तर पर मिले इसका प्रयास हमे करना है। सभी आवश्यक व्यवस्था जो मानवजीवन के प्रतिदिन की जरूरत है उसे ग्राम स्तर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज जो आप सभी से चर्चा कर जानकारी ली और योजनाओं के क्रियान्वयन की रणनीति मिली है इसे मैं पूरे देश के 500 आकांक्षी प्रखंडों में साझा करूंगा।
इस शिविर में सहिया दीदी, सेविका को उपायुक्त से सीधा संवाद करने का मौका मिला है, यही बेहतर रास्ता है ग्राम स्तर पर कार्य कर रहे कर्मियों को सहयोग करने का। नीति आयोग द्वारा 50 ब्लॉक चुने जा रहे है जिसमे मॉडर्न टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जायेगा। लोगों को जागरूक किया जाएगा तथा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सिखाया जाएगा। आपकी समस्याओं के समाधान हेतु विशेष अधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। आगामी 30 सितंबर को माननीय प्रधानमंत्री जी आकांक्षी प्रखंड के लोगो से सीधा संवाद करेंगे। आपसे अनुरोध है आप इस कार्यक्रम में जुड़े और अपनी बात रखे।
उपायुक्त आंजनेयुलू दोड्डे ने चिंतन शिविर में मुख्य अथिति के रूप में आए अतिरिक्त मिशन निदेशक आनन्द शेखर को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के इंडिकेटर में जो भी कमियां है उसे हम सब मिलकर दूर करेंगे। जो स्ट्रेटजी हमने अपनाया है उससे हमे जरूर सफलता मिलेगा। बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिले इसपर हमे चिंतन करना है। स्कूल भ्रमण में देखा जाता है कि बच्चो की उपस्थिति कम रहती है। इसका निराकरण पंचायत/ग्राम स्तर पर चिंतन कर करना होगा। परिजनों को जागरूक कर ही बच्चों को विद्यालय के लिए भेजना सफल हो पाएगा। सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों को अपना 100% देना होगा। राज्य सरकार द्वारा बच्चों के बैंक खाता में राशि दी जा रही है, सभी परिजनों में यह जागरूकता लानी होगी कि जिस कार्य के लिए राशि दी गई है उसपर ही खर्च हो। जिला प्रशासन द्वारा आने वाले दिनों में पंचायत स्तर पर बैठक की जायेगी। ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
स्वागत संबोधन में उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा कि आज का यह चिंतन शिविर दोनो प्रखंड के विकास में आ रही कठिनाई के समाधान करने, नीति आयोग के सूचकांक में दुमका के चिन्हित प्रखंडों को ऊपर ले जाने तथा देश स्तर पर प्रखंडों का बेहतर प्रदर्शन हो इसके लिए चर्चा की जाएगी ताकि प्रखंड का सर्वांगीण विकास हो सके।
कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी का विमोचन किया गया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाली CHO एवं FLWs को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा, प्रशिक्षु आईएएस प्रांजल ढाढा, सिविल सर्जन डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष कुमार हेंब्रम, प्रखंड विकास पदाधिकारी रामगढ़ एवं जरमुंडी, दोनो प्रखंड के प्रमुख, मुखियागन, सहिया दीदी, आंगनवाड़ी सेविका सहित अन्य उपस्थित थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan