चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत
लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत आज कदुआ-भात से हो चुकी है। चार दिनों तक चलने वाला या महापर्व में स्वच्छता और शुद्धता के लिए जाना जाता है। इसमे 2 दिन सुर्य को अर्घ दिया जाता है। जिसमें डूबते हुए और उगते हुए सूर्य को अग्गर्घ दिया जाता है।
छठ में बास से बने सुप डलिए में फल पूजन सामग्री रख कर अर्घ देने की परंपरा चली आ रही है। सुप डलिए एक विशेष समुदाय के लोग बनाते हैं। एक ओर जहां सुप और डलिए से मार्केट सज गया है वही सूप बनाने वाले कारीगर भी सूप और डलिया बनाने के लिए लगे हुए हैं।
ऐसी मान्यता है कि यह बास के सुप और डालिए विशेष समुदाय के लोग ही बनाते हैं वही सूप छठ में उपयोग किया जाता है। देवघर के स्टेडियम गली में बरसों से इन समूह के लोगों के द्वारा सुप डलिया बनाया जाता है। जिसकी बिक्री होलसेल और रिटेल दोनों करते हैं। इन दिनों सूप का रेट ₹70 चल रहा है वहीं डालिए कर रेट 50 से ₹200 तक का बिक रहा है।
कारीगर बताते हैं कि अभी फिलहाल मार्केट थोड़ा मंदा है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि कल मार्केट अच्छा रहेगा और इनकी बिक्री और बढ़ेगी। वहीं होलसेल मार्केट की बिक्री ठीक-ठाक चल रही है। छठ में सुप दलिया का विशेष महत्व भी माना गया है। यही कारण है कि बाजारों में सबसे अधिक सुप डालिए की बिक्री की जाती है। हालांकि अब बास से बने सुप डालिए की जगह पर पीतल का भी सुप-डालिए का उपयोग किया जाने लगा है