संप चैंबर ने अपराध, ट्रैफिक और अतिक्रमण की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन से की मांग
नई व्यवस्थाओं के साथ बाघमारा स्थित नवनिर्मित आईएसबीटी में बस स्टेण्ड हो स्थानांतरित
संताल परगना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक और महासचिव रितेश टिबड़ेवाल ने उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त, देवघर को एक संयुक्त पत्र लिखकर चेंबर तथा विभिन्न व्यावसायिक संगठनों के द्वारा अपराध, अतिक्रमण और ट्रेफिक से संबंधित पिछले दिनों समर्पित संयुक्त सुझावों को अमल में लाने की कारवाई करने का अनुरोध किया है। चैंबर ने पत्र में कहा है कि देवघर में बढ़ते अपराध, ट्रेफिक, अतिक्रमण जैसी समस्याओं के निदान के लिए विगत 12.10.2023 को विभिन्न चेंबर तथा अन्य व्यावसायिक संगठनों के साथ आहुत बैठक के निदेशानुसार सभी संगठनों ने आपस में बैठक कर 19.10.2023 को संयुक्त सुझाव समर्पित किया था। प्रस्तुत इन योजनाओं तथा सुझावों पर अब तक न तो कोई सीधी कारवाई दिखी है और न ही अपराधिक घटनाओं में कमी, अतिक्रमण और ट्रेफिक जैसी समस्याओं का कोई व्यावहारिक निदान ही नजर आया है।
चैंबर ने प्रशासन से मांग किया है कि उन सुझावों पर बिन्दुवार अमल में लाने का प्रयास किया जाना चाहिए अन्यथा व्यावसायिक स्टेक होल्डर्स के साथ उक्त प्रशासनिक बैठक का कोई महत्व नहीं रह जाएगी। विदित हो कि टीओपी (ट्रैफिक आउट पोस्ट), अपराधियों से संबंधित निगरानी हेतु संवेदनशील स्थान, टोटो स्टैंड, व्हीकल नो इंट्री जोन, वन वे ट्रैफिक प्लान, शहर को जाम से मुक्ति और सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट वेंडिंग जोन के संबंध में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव का संयुक्त ज्ञापन प्रशासन को समर्पित किया गया है। इसी परिपेक्ष्य में अनुरोध किया गया है कि चेंबर के साथ फिर से एक संयुक्त बैठक कर उन सुझावों के क्रियान्वयन पर प्रशासनिक पहल किया जाय।
उधर बाघमारा में नवनिर्मित आईएसबीटी में बस स्टेण्ड को कुछ नई व्यवस्थाओं के साथ यथाशीघ्र स्थानांतरित किये जाने की भी मांग की गई है। चैंबर ने बताया कि नई व्यवस्था में बस स्टेण्ड शिफ्ट करने के समय परिवहन बसों को वर्तमान बस स्टेण्ड के सीमित क्षेत्र में एक सुविधायुक्त यात्री शेड बनाकर सिटी स्टाॅपेज निर्धारित करने का भी प्रावधान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके लिए आईएसबीटी से वर्तमान बस स्टेण्ड (सिटी बस स्टाॅपेज) तक आवागमन के लिए सुविधाजनक रूट का निर्धारण करने की जरूरत पड़ेगी। इससे वर्तमान स्थिति में यात्रियों तथा स्थानीय बाजार के व्यावसायिक गतिविधियों का भी पोषण हो पाएगा और स्थानीय व्यापार अपेक्षाकृत कम प्रभावित होंगे।