कोडरमा (शहर परिक्रमा)

कोडरमा: डीएवी पब्लिक स्कूल में भारतीय भाषा उत्सव की छटा


भारतीय सभ्यता संस्कृति की विविधता का मनोरम दृश्य पीवीएसएसडीएवी पब्लिक स्कूल की प्रातः कालीन सभा में बच्चों ने अपने विविध परिधानों और वेशभूषा से दर्शाया। भारतीय भाषा उत्सव कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि अरुण कुमार मिश्र को तिलक लगाकर की गई। विद्यालय के प्राचार्य ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत किया ‌।इस अवसर पर विविध राज्यों को दर्शाने वाले बच्चों ने अपनी -अपनी मातृभाषा में हस्ताक्षर किया। उसके पश्चात बच्चों ने स्वागत गीत गया। तत्पश्चात सभी बच्चों ने अपने-अपने राज्यों की विशेषताओं से मुख्य अतिथि को परिचित कराया। राष्ट्रभाषा हिंदी के मधुर गीत पर एकल नृत्य कक्षा सातवीं की अनन्या गुप्ता ने प्रस्तुत किया। वही गुजरात की भाषा गुजराती में अपनी सभ्यता, अपनी संस्कृति और अपने लोकगीतों का परिचय कक्षा 11वीं विज्ञान की सोनाक्षी आर्या ने प्रस्तुत किया। राजस्थान की धरती के रंग- बिरंगे परिधान में सुंदर नृत्य शांभवी और उनके समूह में प्रस्तुत किया। बांग्ला भाषा के मधुर सुरीले गीत को अंतरा मुखर्जी ने अपनी सुरमयी आवाज में गाया। अनेकता में एकता दर्शाने के लिए कक्षा एलकेजी से लेकर दूसरी तक के बच्चों ने विविध राज्यों के परिधानों में सुंदर नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। बिहार के मिथिलांचल की धरती के मैथिली भाषा के गीत को अर्पिता और उनके समूह ने प्रस्तुत कर मधुर समा बांध दी। कार्यक्रम में सबसे मनमोहक बहुभाषा में प्रस्तुत किया गया लघु नाटक था, जिसने अनेकता में एकता और परस्पर प्रेम को प्रस्तुत किया। बांग्ला भाषा में भव्य नृत्य आरोही गुप्ता और समूह ने प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में सबसे आकर्षक विविध राज्यों के परिधान में किया गया रैंप वॉक था। इस अवसर पर मेरी मातृभाषा मेरा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया,जिसमें मुख्य अतिथि, सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने अपनी भाषा में अपने-अपने हस्ताक्षर किए ।सभी ने अपनी भाषा में अपने हस्ताक्षर कर काफी गौरांवित महसूस किया।मुख्य अतिथि ने सभी बच्चों की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों के जोश और उत्साह को बढ़ते हुए आशीर्वचन प्रदान किया। मंच संचालन सारा खान और नूहा खान ने किया। इस अवसर पर विद्यालय की सुपरवाइजरी हेड मौसुमी मल्लिक ने बंगाल विभाजन पर कविता सुनाई और उन्होंने पूरे भारत की एकता और अखंडता की बात कही।धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक कुमार सतीश सिंह द्वारा किया गया।

विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने बच्चों के उत्साह और उमंग की मुक्त कंठ प्रशंसा की। उन्होंने कहा इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को विविध सभ्यता, संस्कृति, लोकगीतों खान-पान से परिचित कराता है। भारत एक ऐसा देश है जहां अनेकता में एकता है। इस प्रकार के कार्यक्रम परस्पर प्रेम और सद्भावना उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे विद्यालय परिवार को धन्यवाद कहा।