कोडरमा: डीएवी में मनाया गया स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्मदिन
12 फरवरी को डीएवी पब्लिक स्कूल झूमरी तिलैया, कोडरमा में आर्य समाज के संस्थापक, समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती जी का जन्मदिन मनाया गया। महर्षि दयानंद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में डीएवी की वैदिक परंपरानुसार सभी शिक्षक- शिक्षिकाएं हवन कार्यक्रम में उपस्थित हुए। इस अवसर पर बच्चों ने विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
पांचवीं कक्षा की शाम्भवी ने अंग्रेजी में एवं खुशी तिवारी ने हिंदी में स्वामी जी के विचारों ,महत्वपूर्ण योगदानों एवं उनकी उपलब्धियों को साझा किया। चौथी कक्षा की अनुष्का गुप्ता ने हिंदी में सुंदर कविता प्रस्तुत कर महर्षि की यादों को जीवन्त किया। कक्षा पांचवी की अनन्या ने स्वामी जी के जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी पूछा। दूसरी कक्षा की श्रेया विश्वकर्मा, उज्ज्वल भारती एवं इंद्रजीत ने सुंदर स्लोगन लिखा। वहीं पर 2 बी के अधर्व मोदी स्वामी जी की वेशभूषा में थे।
स्वामी दयानन्द सरस्वती के जन्मदिन के उपलक्ष्य में विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने अपने संदेश में कहा कि स्वामी जी केवल समाज सुधारक ही नहीं बल्कि युगद्रष्टा थे। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों,अंधविश्वास, पाखंड, ढोंग आदि की कड़ी आलोचना कर लोगों को जीवन की मुख्य धारा से जोड़ा। उन्होंने नारी शिक्षा पर विशेष बल दिया। ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा देकर भारतीय जनमानस में वैदिक परंपरा को जागृत किया। उन्होंने देश के जागरण एवं प्रगति के लिए अत्यंत असाधारण कार्य किया। उन्होंने धार्मिक, सामाजिक ,राजनीतिक विषयों पर अपना दृष्टिकोण व्यक्त करने के लिए सत्यार्थ प्रकाश नामक कालजयी ग्रंथ की रचना कर लोगों के अंदर सत्य के अर्थ को प्रकाशित किया। संस्कृत भाषा की उपयोगिता ,स्वदेशी, स्वभाषा एवं स्वाभिमान के संदर्भ में लोगों को जागरूक किया। महर्षि दयानंद के अथक प्रयास एवं अद्वितीय योगदानों के फलस्वरुप आज डीएवी संस्थाएं पूरे देश में शिक्षा की अलख जगा रही हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुपरवाइजरी हेड मौसुमी मल्लिक, अमिता सिन्हा, कुमार सतीश सिंह सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का योगदान रहा।