देवघर (शहर परिक्रमा)

एसबीआई के चेयरमैन से मिला संताल परगना चेंबर ऑफ कॉमर्स का प्रतिनिधिमंडल

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा के दो दिवसीय देवघर दौरे के क्रम में बैंक द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत संताल परगना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज देवघर का संक्षिप्त प्रतिनिधिमंडल चेंबर अध्यक्ष आलोक कुमार मल्लिक के नेतृत्व में उनसे मिला। चैंबर ने द्वादश ज्योतिर्लिंग देवाधिदेव महादेव की नगरी देवघर में संताल परगना के व्यवसाय जगत की ओर से पुष्पगुच्छ और आकर्षक मेमेंटो भेंट कर उनका स्वागत-अभिवादन किया। चैंबर ने उन्हें एक भावपूर्ण ज्ञापन देते हुए कुछ स्थानीय मुद्दों से भी अवगत कराया।
चैंबर ने कहा कि आपके संबल मार्गदर्शन में बड़ी तेजी से “हर भारतीय का बैंक” को भारतीय स्टेट बैंक चरितार्थ करती नजर आ रही है। वर्तमान परिदृश्य में अपार संभावनाओं के गगन तले देवघर तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। इस विकास पथ को विकसीत और पल्लवित-पुष्पित करने में एसबीआई को महती भूमिका निभानी है और देवघर का व्यवसाय जगत समयानुकूल बैंक के सतत प्रयासों, सेवा और बढ़ती सुविधाओं से निश्चिंतता का बोध अनुभव कर रही है।
चैंबर अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने उन्हें बताया कि हाल के वर्षों में और अभी के वर्तमान पदाधिकारियों की कार्यदक्षता से बैंक का देवघर एरिया ऑफिस और क्षेत्रीय कार्यालय प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। गृह, कुटीर और छोटे उद्यम को आगे बढ़ाने और क्लस्टर बैंकिंग की तर्ज पर इन उद्यमियों को बैंकिंग ऋण की सुविधा देने में स्थानीय अधिकारियों ने अनुकरणीय कार्य किया है।एनयूएलएम, आर्टिजन, लाह उद्योग और फुटपाथ दुकानदारों को ग्रुप बनाकर उनके द्वार पर जाकर सामूहिक रूप से उन्हें सहयोग कर सुविधाजनक ऋण देने में बैंक ने अभूतपूर्व तरीके से काम किया है और 3000 से भी ज्यादा लोगों को लघु ऋण दिया है। स्थानीय चैंबर की सलाह और सहयोग बैंक ले रही है, यह सुखद है। इस देवघर मॉडल को पूरे देश में फैलाया जा सकता है। इस कदम से सचमुच बैंक की पहुंच माइक्रो उद्यम को समृद्ध बनाने और देश की अर्थव्यवस्था, वोकल फोर लोकल और आत्मनिर्भर भारत को पंख लगाएगी।
देवघर के बारे में बताते हुए कहा कि देवघर एनएच, रेल, वायु मार्ग से समृद्ध हो चुकी है। निकट के साहिबगंज में बंदरगाह भी हो चुकी है। दो-दो ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे रक्सौल-हल्दिया और पटना-हावड़ा देवघर से गुजरने वाली है। एम्स, एयरपोर्ट, प्लास्टिक पार्क, एसटीपीआई और कई औद्योगिक क्षेत्रों से आच्छादित हो चुकी है। दो नए औद्योगिक कॉरिडोर और अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं। संताल परगना का गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा और दुमका जिला भी संभावनाओं का व्यापक क्षेत्र है। कोयला उत्पादन में संप अग्रणी हो रहा है, बिजली उत्पादन में भी हम आगे बढ़ रहे हैं, झारखंड का सबसे बड़ा और देश के कई बड़े कोल ब्लॉक यहां चिन्हित हैं। बाबा बैद्यनाथ अपने आप में एक वृहत उद्योग है और यह धार्मिक पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में तेजी से विकसीत हो रही है।
कुल मिलाकर देवघर एक बड़ा बैंकिंग केन्द्र होने की सारी अर्हताएं पूर्ण क्षमता के साथ पूरी करती है और हम स्थानीय चैंबर के नाते एसबीआई से बड़ी अपेक्षाएं रखना चाहते हैं। चैंबर ने चेयरमैन श्री दिनेश खारा के प्रति विश्वास जताते हुए कहा है कि आपका स्नेह देवघर को भरपूर मिलेगा और सभी समवर्ती और अवश्यकतानुरूप परिदृश्य के मद्देनजर एसबीआई समय से पूर्व सभी सुविधाएं देवघर को देगी।
आगे चैंबर ने कहा कि देवघर धार्मिक शहर होने के कारण फ्लोटिंग आबादी वाली जगह है और इसी परिपेक्ष्य में यहां की जरूरतों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कर कुछ मांगें रखी है।

1) फ्लोटिंग पॉपुलेशन और बाहरी लोगों की बड़ी आवाजाही के कारण देवघर में 5-6 स्थानों बाबा मंदिर के निकट जलसार चिल्ड्रन पार्क, मंदिर मोड़, एम्स, जसीडीह, एयरपोर्ट आदि कुछ चिन्हित जगहों पर e-Corner की स्थापना हो। वर्तमान में सिर्फ एक ही e-corner मुख्य शाखा के बाहर उपलब्ध है।


2) SME देवघर ब्रांच को सिटी के बिजनेस हब सेंटर की तरफ शिफ्ट किया जाय या फिर एक और SME ब्रांच खोले जाएं।


3) एसबीआई का सीजीटीएमएसआई कवरेज वाले लोन में ब्याज दर अन्य प्राइवेट बैंक की तुलना में थोड़ा अधिक है जिसे अन्य बैंक की तुलना में कम किया जाना चाहिए।


4) मधुपुर एवम अन्य रिमोट एरिया वाले व्यवसायियों के लिए एक डेडीकेटेड आरएम एसएमई की पोस्टिंग किया जाना उचित हो सकता है।


5) 50 लाख से अधिक के लोन लेने वालो को लिमिट एलोकेशन के साथ साथ उसी या अपने नजदीकी ब्रांच से पूरी फंडिंग की व्यवस्था हो, न कि वे सिर्फ एसएमई ब्रांच पर डिपेंडेंट रहे।


6) लोन के कोलेट्रल सिक्योरिटी में एसबीआई द्वारा जो प्रॉपर्टी की वैल्यूएशन की गणना में सुधार की आवश्यकता है। चूंकि देवघर में सर्किल और मार्केट रेट में बहुत ज्यादा का अंतर है, ऐसे में सरकारी दर से मात्र 1.2 गुणा वैल्यूएशन की जगह मार्केट रेट को प्राथमिकता मिले।


7) जसीडीह इंडस्ट्रियल एरिया तथा देवीपुर जहां एम्स और प्लास्टिक पार्क आमने सामने अवस्थित है तथा औद्योगिक क्षेत्र भी मौजूद है, में बैंक की नई शाखा बनायी जानी चाहिए।


8) प्रत्येक जिले में एसबीआई की एक यूजर सलाहकार समिति का गठन हो जिसमें चैंबर और अन्य प्रमुख स्टेक होल्डर्स को नामित किया जाय और प्रत्येक तीन महीने में इसकी नियमित बैठकें हो ताकि स्थानीय स्तर पर लोगों की बैंकिंग समस्याओं और प्रस्तावों पर समुचित विचार हो।


चेयरमैन के साथ ही पटना सर्किल के सीजीएम शिव ओम दीक्षित का भी चैंबर ने पुष्पगुच्छ और मेमेंटो भेंट कर स्वागत किया।
निदेशानुसार चैंबर के सीमित प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष आलोक मल्लिक के साथ उपाध्यक्ष पीयूष जयसवाल और निरंजन कुमार सिंह, संयुक्त सचिव पंकज सुलतानियाँ, कोषाध्यक्ष प्रिंस सिंघल और पंकज भालोटिया सम्मिलित थे।