देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी ने आयोजित किया होली मिलन समारोह

फागुन आते ही चारों तरफ होली का रंग दिखने लगा इसी करी में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा द्वारा डेफोडिल्स गार्डन में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमे देवघर के सुप्रसिद्ध गायक श्री अजीत झा जी के भजन एवं होली के गातों पर सभी उम्र के लोग झूमते गाते और ठुमकते नजर आए…..सर्वप्रथम इस कार्यक्रम का उद्घाटन गायक श्री अजीत झा जी द्वारा गणेश वंदना के साथ किया गया उसके बाद जैसे-जैसे समय व्यतीत होते गया लोगों को होली के रंग में सराबोर करने के लिए होली का गीत प्रस्तुत किया गया जिसमें सभी उम्र सभी तबके के लोग एक साथ पारिवारिक माहौल में झूमते गाते होली के रंग में डूबते चले गए और एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं प्रेषित की तथा विभिन्न स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त भी उठाया।

ज्ञात हो गायक श्री अजीत द्वारा रेडक्रॉस के गतिविधियों को लोगों के बीच गीत के माध्यम से बहुत ही बेहतरीन रूप से प्रस्तुत किया गया जिसको सुनकर सभी श्रोता मंत्र मुक्त हो गए और पूरा माहौल तालिया से गूंज उठा !

मौके पर इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के चेयरमैन जितेश राजपाल ने बताया की होली भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है जो खुशी, आनंद, प्रेम और एकता का प्रतीक है। इसे पूरे उत्साह के साथ मनाना चाहिए और सामाजिक बन्धनों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मानना चाहिए। होली के दिन हमें बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के बीच विभिन्न गतिविधियों, नृत्य, संगीत, खाने-पीने और खुशी के साझा लाभ को अनुभव करना चाहिए। हमें यह भी याद रखना चाहिए कि होली एक आपसी समझ, समरसता और समानता का प्रतीक होना चाहिए। हमें बच्चों को इस महत्वपूर्ण पर्व के तत्वों के साथ परिचित करना चाहिए और उन्हें शिक्षा देनी चाहिए कि होली को सम्पूर्ण आनंद और संतुष्टि के साथ मनाएं और दुसरों के साथ प्यार और सम्मान का आदान-प्रदान करें। होली हमारे साथी और पवित्र परंपराओं को जीवित रखने का एक महत्वपूर्ण तरीका है और हमें इसे समर्थन करना चाहिए और इसका आनंद लेना चाहिए।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया की होली का मनाने का पीछा एक कथा से जुड़ा है। इस कथा के अनुसार, होली का आयोजन पुराने समय में हिरण्यकश्यप नामक राजा के पुत्र प्रह्लाद को बचाने के लिए हुआ था। प्रह्लाद हिरण्यकश्यप के विरोधी थे और वे भगवान विष्णु के विश्वासी थे, हिरण्यकश्यप अपने बहन होलिका की सहायता से प्रह्लाद को मारने की कोशिश की, लेकिन होलिका को उसकी अग्निकुंड में जाने पर जलकर नष्ट हो गई और प्रह्लाद सुरक्षित रह गया। इसी प्रकार से होली मनाई जाती है और होलिका दहन का आयोजन किया जाता है,होली के दिन लोग एक-दूसरे पर गुलाल और अबीर लगाते हैं। सभी लोग पानी के रंग उड़ाते हैं और भांग का सेवन करते हैं। हर तरफ रंगों की बारिश होती है और लोग खुशी और आनंद में झूमते हैं। विभिन्न गीतों और नृत्यों के साथ होली मनाई जाती है। लोग मिठाई खाते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं। होली के दिन सभी भाई-बहन और मित्र एक-दूसरे का आशीर्वाद और बधाई देते हैं। यह पर्व नया जीवन की शुरुआत, मित्रता और प्रेम का प्रतीक है।होली हमें संप्रेम करने, एकता को स्थापित करने और आनंद भरे जीवन का आनंद लेने की शिक्षा देता है। यह हिंदू संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है और हमें हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को मान्यता देनी चाहिए। होली के दिन हमें अपने अंदर रंगीनता, जीवन की प्रकृति को बचाने का इरादा और धार्मिक भावनाओं को मजबूती से रखने की प्रेरणा मिलती है। होली हमें प्रेम का संदेश देता है और हमारे बीच एकता और सौहार्द को स्थापित करता है। इसलिए, होली को धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व देकर हमें इसे सदैव मनाना चाहिए। कोषाध्यक्ष श्री राजकुमार बरनवाल ने बताया की होली का त्योहार आपसी भाईचारे और प्रेम का संदेश देता है. हमें रंगों के इस पर्व को मिल-जुलकर मनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि होली के त्योहार पर सभी को परस्पर प्रेम एवं सद्भावना का परिचय देना चाहिए…. जिला प्रतिनिधि श्री आनंद साह ने बताया की होली अंहकार पर करुणा प्रेम के जीत का प्रतीक है, होली एक ऐसा पर्व है कि गिले शिकवे भूल कर लोग एक-दूसरे से गले मिलते हैं और सामाजिक सौहार्द को बढ़ाते हैं….. सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वाइस चेयरमैन श्री पीयूष जायसवाल ने कहा की होली आपसी प्रेम और भाईचारे का पर्व है और हम लोगों को एक दूसरे के भावनाओं का ख्याल रखते हुए ही रंग और गुलाल लगाना चाहिए….! कार्यक्रम का समापन अजीत झा जी के देघरे बिराजे बाबा भोलानाथ के भजन पर झूमते गाते और गुलाल उड़ाकर किया गया…..! ज्ञात हो पूरे कार्यक्रम में मंच संचालन श्री रौशन मिश्रा एवं श्रीमती अर्चना भगत ने सामूहिक रूप से किया……इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपरोक्त के अलावे इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के कार्यकारिणी सदस्य मयंक राय, देवनंदन झा, सुरेश शाह, अजय नारायण मिश्रा, सुरेशानंद झा, संगीता सुल्तानिया, उमा छावछारिया, अभिषेक नेवर, डॉ राजीव, डॉक्टर नीतू, मधु कुमारी, अर्चना भगत, रीता चौरसिया, मनोज सिंह, राजीव झा, सुधांशु शेखर बरनवाल, डॉ सुनील सिन्हा,महेश कुमार,संजय मिश्रा, सोनी सिंह,आजीवन सदस्य विनोद वर्मा, संजीव झा, अभिजीत सिंह,नितेश बथवाल,सुशोभित झा, सूरज झा, रवि केसरी, संजय जयसवाल, उमेश अग्रवाल, रेणु सिंह, माया केशरी, राकेश सिंघानिया,ब्यास मिश्रा, बबली सिंह, डॉक्टर संजय भगत, देवघर के पूर्व सिविल सर्जन डॉक्टर कुमार विजय, रामकृष्ण जेजवाड़े, धनंजय खवाड़े,पूनम प्रकाश सिंह, बबलू सिंह, जिला अधिवक्ता संघ के सचिव श्री कृष्णधन खवाड़े, जिला अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष श्री मनीष सिंह, लायंस क्लब की अध्यक्षता श्रीमती विनीता मिश्रा, सहित रेडक्रॉस के दर्जनों आजीवन सदस्य, पैट्रोन एवं वाइस पैट्रोन सदस्य, विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि, जी ग्रुप के वीरेंद्र सिंह, निर्मल कुमार, मनीष पाठक, ऋषि राज सिंह, संजय मालवीय, आशुतोष कुमार सहित विभिन्न प्रेस मीडिया बंधुओं सहित 300 लोग उपस्थित थे