दुमका (शहर परिक्रमा)

बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण में सहयोग करना बहुत ही पुनीत कार्य: क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक

दुमका: बालिकाएं उत्कृष्ट शिक्षा ग्रहण कर इतना आत्मनिर्भर बने कि परिवार एवं समाज के सम्पूर्ण विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहे, उक्त उदगार क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक रजनी देवी ने स्व. सिंहासन कुमारी स्मृति कोष के माध्यम से दुमका जिला के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के माध्यमिक बोर्ड परीक्षा 2024 में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली तीन छात्राओं को सम्मानित करने पर व्यक्त की।
झारखंड शिक्षा परियोजना के पूर्व जिला जेंडर कॉर्डिनेटर स्व. सिंहासन कुमारी के स्मृति में क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक के करकमलों से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय रानेश्वर की छात्रा रूनु घोष, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय मसलिया की छात्रा पूनम कुमारी एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय रानेश्वर की छात्रा लक्ष्मी कुमारी माँझी को स्व. सिंहासन कुमारी के परिवार द्वारा स्थापित स्व. सिंहासन कुमारी समृति कोष के माध्यम से पुरस्कार के रूप में क्रमशः दस हजार रुपये, आठ हजार रुपये एवं पाँच हजार रुपये का चेक एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित कराया गया।
स्व. सिंहासन कुमारी स्मृति कोष के माध्यम से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के बालिकाओं को चेक एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित करने पर हर्ष व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक रजनी देवी ने कहा कि स्व. सिंहासन कुमारी स्मृति पुरस्कार ग्रामीण क्षेत्र के बालिकाओं को उत्कृष्ट उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए उत्साहवर्धन करेगा। श्रीमती रजनी ने कहा कि बालिकाएं उत्कृष्ट शिक्षा ग्रहण कर इतना आत्मनिर्भर बने कि परिवार, समाज एवं राष्ट्र के सम्पूर्ण विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहे।
श्रीमती रजनी ने कहा कि बालिकाओं को शिक्षा ग्रहण करने में सहयोग करना बहुत ही पुनीत कार्य है। अभिभावकों के साथ साथ समाज के सभी सक्षम व्यक्ति को बालिकाओं के शिक्षा ग्रहण करने में हर सम्भव सहयोग करनी चाहिए। श्रीमती रजनी ने कहा कि अगर बालिकाओं को पारिवारिक एवं सामाजिक सकारात्मक सहयोग मिले तो बालिकाएं भी आत्मनिर्भर बनकर जीवन मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकती हैं। बालिकाएं आज सेवा के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है, जरूरत है उनको मानसिक एवं आर्थिक सपोर्ट कर उत्कृष्ट उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करने की।
श्रीमती रजनी ने बताया कि मैं अपने परिवार में स्नातकोत्तर तक शिक्षा ग्रहण करने वाली प्रथम सदस्य थी।मेधावी छात्राओं को सम्मानित करने के उपरांत क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक रजनी देवी ने उनको उत्कृष्ट उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करते हुए नजर आई। क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक ने तीनों छात्राओं से आगे के की पढ़ाई के बारे में जानकारी ली एवं उनको उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए मार्गदर्शन करते हुए नजर आई।
श्रीमती रजनी ने कहा कि स्व. सिंहासन कुमारी के परिवार द्वारा उनकी स्मृति में कोष बनाकर महिलाओं एवं बालिकाओं को सम्मानित कर उनके उत्थान के लिए जो प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है वह हमारे समाज के लिए प्रेरणादायी है। परिवार एवं समाज मे अगर इस तरह के सकरात्मक सोच वाले व्यक्ति रहेंगे तो बालिकाओं को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में काफी सहयोग मिलेगा।
मौके पर उपस्थित सिंहासन कुमारी के पति हरिश्चंद्र चौधरी ने बताया कि स्व. सिंहासन कुमारी का पूरा जीवन शैक्षणिक उत्थान, खासकर बालिका शिक्षा और साक्षरता अभियान के लिए समर्पित था। स्व. सिंहासन कुमारी स्मृति कोष के माध्यम से बालिकाओं को सम्मानित करना परिवार द्वारा उनके सम्मान में छोटा सा प्रयास है। श्री हरिश्चंद्र ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सिंहासन कुमारी स्मृति कोष के माध्यम से बालिकाओं एवं महिलाओं को पुरष्कृत कर उनकी प्रतिभा को सम्मानित किया जाता है।
सम्मान समारोह को सफल बनाने में स्व. सिंहासन कुमारी के पति हरिश्चंद्र चौधरी, सेवानिवृत्त शिक्षक दयामयी मित्र, स्काउट गाइड के विजय कुमार दूबे,क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक कार्यालय के बिनोद कुमार, मनीष कुमार गुप्ता, मो. इफ्तिखार, प्राण गोपाल, उमाकृष्ण मंडल, संजय कुमार साह, चन्दन कुमार ठाकुर, फनी लाल महतो एवं प्रफुल्ल कुमार ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

रिपोर्ट- आलोक रंजन