दुमका (शहर परिक्रमा)

दुमका: एसकेएमयू में चल रहे अनुबंध सहायक प्राध्यापकों के 15 विषयों के साक्षात्कार संपन्न, इतिहास विषय के लिए साक्षात्कार आज से शुरू

दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका में आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापक के नियुक्ति के लिए चल रहे साक्षत्कार में शनिवार को अंग्रेजी विषय का साक्षात्कार संपन्न हो गया। इस विषय के लिए शुक्रवार और शनिवार को साक्षात्कार हुआ था, जिसमें कुल 58 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें 47 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। अंग्रेजी विषय का साक्षात्कार संपन्न होने के साथ ही अब तक कुल 15 विषयों का साक्षात्कार संपन्न हो चुका है। ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय में कुल 18 विषयों में संविदा सहायक प्राध्यापक के कुल 273 रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है जिसमें 15 विषयों का साक्षात्कार संपन्न हो चुका है। शेष विषयों में इतिहास, हिंदी और राजनीति विज्ञान शामिल हैं। इतिहास विषय का साक्षात्कार आज 11 और 13 अगस्त को होगा जिसमें कुल 51 अभ्यर्थियों को बुलाया गया है और हिंदी विषय का साक्षात्कार 16, 17 और 18 अगस्त को निर्धारित किया गया है जिसमें कुल 89 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। जबकि एक विषय राजनीति विज्ञान का मामला न्यायालय में लंबित रहने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया फिलहाल स्थगित है।
ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय द्वारा यह नियुक्ति राजभवन एवं झारखंड सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग से प्राप्त आदेश के आलोक में की जा रही है। इस नियुक्ति का विज्ञापन झारखंड सरकार द्वारा अधिसूचित यूजीसी रेगुलेशन 2018 के अनुसार झारखंड सरकार के एचटीईडी द्वारा अनुमोदित रोस्टर की रिक्तियों के आधार पर जेपीएससी से असिस्टेंट प्रोफेसर की नियमित या बैकलॉग नियुक्ति होने तक किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिमल प्रसाद सिंह ने कहा कि एनईपी के तहत नए सत्र में नामांकित विद्यार्थियों की पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित करने के लिए यथाशीघ्र आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापकों की भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अवकाश के दिनों में भी साक्षात्कार आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया के पूर्ण होने पर विश्वविद्यालय को लगभग 250 शिक्षक मिलेंगे, जिससे विश्वविद्यालय में बेहतर शिक्षण वातावरण बनेगा तथा समय पर परीक्षाएं आयोजित की जा सकेंगी तथा मूल्यांकन भी आसानी से किया जा सकेगा।

रिपोर्ट- आलोक रंजन