देवघर: भाविप देवघर के श्रावणी मेला सेवा शिविर का हुआ समापन
भारत विकास परिषद देवघर शाखा द्वारा शिवगंगा तट पर चलाए जा रहे मासव्यापी श्रावणी मेला सेवा शिविर को आज संध्या 5:00 बजे अगले वर्ष तक के लिए विराम दिया गया। अनुराग गुटगुटिया वेलफेयर ट्रस्ट मधुपुर के सहयोग से इस सेवा शिविर का संचालन 23 जुलाई से आरंभ की गई थी। इसमें कुल 12800 बोल बम शिव भक्तों का प्राथमिक उपचार कर दवा दिया गया। अनवरत पेयजल की सुविधा दी गई तथा लगभग प्रतिदिन फल वितरण किया गया।
आज सेवा शिविर के समापन को बेमिसाल तरीके से उत्सव का रूप दिया गया। कार्यक्रम में सावन उत्सव और श्रृंगार, शिव भजन, फल वितरण तथा अभिव्यक्ति का अद्भुत समावेश किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिले के उप विकास आयुक्त नवीन कुमार ने सपत्नीक कार्यक्रम में उपस्थित होकर इस उत्सव का आनंद लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत विकास परिषद देवघर शाखा और अनुराग गुटगुटिया वेलफेयर ट्रस्ट मधुपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह सेवा शिविर अत्यंत सफल और सारगर्भित रही है। उन्होंने 28 दिनों के शिविर में हजारों शिवभक्तों की सेवा की भूरी भूरी प्रशंसा किया। उन्होंने शिवगंगा तट पर लगाए गए शिविर जहां 24 घंटे बोल बम की भीड़ मौजूद रहती है को अत्यंत सार्थक बताया। परिषद के सेवा शिविर में प्रतिदिन 16 घंटे की सेवा अद्भुत और बेमिसाल है।
आज सावन उत्सव में परिषद की महिला सदस्य, आगंतुक महिला अतिथियों तथा डीडीसी की धर्मपत्नी ने महिला बमों को आदरपूर्वक बैठा कर उनके हाथों में मेहंदी रची तथा चूड़ी और बिंदी भेंट किया। साथ ही सभी उपस्थित भगिनियों ने एक दूसरे को मेहंदी लगाकर तथा बिंदी चूड़ी का आदान प्रदान कर सावन श्रृंगार को मूर्त रूप दे रही थी। वहीं दूसरी ओर आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रवर्तक और प्रख्यात प्रशिक्षक निशांत जी के नेतृत्व में शिव भजन से कांवरिए और श्रद्धालु शिव भक्ति में तल्लीन हो नाच और झूम रहे थे। साथ ही लगातार 2 घंटे तक श्रद्धालुओं के बीच फल का वितरण किया जा रहा था।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री निशांत ने कहा कि भारत विकास परिषद के इस अद्भुत कार्यक्रम में सावन श्रृंगार, सेवा, आहार, भजन कीर्तन का संगम अद्भुत और बेमिसाल वातावरण का निर्माण कर रही है। शाखा के संरक्षक अरुण गुटगुटिया ने कहा कि परिषद ने इस अद्भुत सेवा शिविर में मुझे सेवा और सहयोग प्रदान करने का मौका देकर मुझे कृतार्थ किया है। सचमुच में यह सेवा शिविर बेमिसाल स्वरूप में प्रतिदिन 16 घंटे की सेवा देकर मेरे मन को आह्लादित किया है। उन्होंने परिषद के अध्यक्ष आलोक मल्लिक की सराहना करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व गुण अनुकरणीय है। इससे पूर्व परिषद के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने डीसी एवं उनकी धर्मपत्नी के साथ ही समाज के विभिन्न वर्गों से आए महिला अतिथियों तथा अन्य अतिथियां का स्वागत करते हुए कहा कि आप सबके आगमन से शिविर और भी सार्थक हो गया। शिविर के समापन के समय बोल बम श्रद्धालुओं का शिविर के सामने झूमना-नाचना परिषद की सेवा संकल्प को और भी संतोष देने वाली है। उन्होंने इस सेवा शिविर के संचालन में परिषद के संरक्षक अनुराग गुटगुटिया वेलफेयर ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी अरुण गुटगुटिया और उनकी धर्मपत्नी सरोज गुटगुटिया के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा कहा कि उनके संपूर्ण सहयोग से 28 दिन का यह सेवा शिविर निर्बाधित संचालित हुआ। शिविर के संचालन में परिषद के सभी सदस्यों और शुभचिंतकों का प्रतिदिन सेवा करना और शिविर को मार्गदर्शन देने के लिए सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिविर के सफल संचालन में सचिव पुष्पा सिंह, महिला संयोजक कंचन शेखर, संस्कार संयोजक रामसेवक सिंह गुंजन, उपाध्यक्ष अभय कुमार एवं कंचन मूर्ति साह, प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रकाश चंद्र सिंह, बिपिन मिश्रा, कोषाध्यक्ष रंजीत बरनवाल, डॉ राजेश राज, प्रशांत कुमार सिन्हा, अजय कुमार, संगठन सचिव एसपी भुईयां बिलास, किरण बरनवाल, रामकिशोर सिंह आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।