कोडरमा (शहर परिक्रमा)

डीएवी कोडरमा के बच्चों में रचनात्मक कला कूट-कूट कर भरा हुआ है: प्राचार्य

डीएवी पब्लिक स्कूल,झुमरी तिलैया कोडरमा में एलकेजी से द्वितीय कक्षा तक के बच्चों के बीच फ्लावर मेकिंग प्रतियोगिता हुई। कक्षा तृतीय से बरहवीं तक के बच्चों के बीच गुलदस्ता बनाओ प्रतियोगिता हुई ।जिसमें बच्चों ने अपने कला का शानदार प्रदर्शन किया l
फूल प्रकृति द्वारा दी गई एक मनमोहक भेंट है ।कक्षा एलकेजी से कक्षा द्वितीय तक के बच्चों ने रंग-बिरंगे कागजों को काटकर सुंदर एवं आकर्षक फूलों को बनाया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जयदीप , अनिकेत तथा अनाया रहे, द्वितीय स्थान अंशिका, आद्या आर्या, राजदीप, गौरव पांडे एवं दर्शित तिवारी ने प्राप्त किया ।तृतीय स्थान पर आयरा आदिब, प्रियल यादव एवं हर्षित निराला रहे ।


तीसरी से बारहवीं तक के बच्चों के बीच गुलदस्ता बनाओ प्रतियोगिता हुई जिसमें सभी बच्चों ने अपनी-अपनी कक्षा में समूह बनाकर विभिन्न प्रकार की रंग – बिरंगी सामग्रियों एवं पुष्पों से आकर्षित गुलदस्ता बनाकर अपनी अद्भुत कला का परिचय दिया । इस प्रतियोगिता में सब जूनियर ग्रुप से कक्षा पंचम ‘ ए ‘ के बच्चों ने सुंदर एवं मनमोहक गुलदस्ता बनाकर प्रथान पर रहे । कक्षा पंचम ‘ सी ‘ के बच्चे द्वितीय स्थान पर एवं कक्षा पंचम ‘ बी ‘के बच्चे तृतीय स्थान पर रहे । वहीं जूनियर ग्रुप कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों में कक्षा आठ ‘डी’ के बच्चे प्रथम स्थान पर छठीं ‘ए ‘ के बच्चे द्वितीय स्थान पर एवं सप्तम् ‘बी ‘ के बच्चे तृतीय स्थान पर रहे ।
सीनियर ग्रुप के बच्चों ने पूरे उत्साह से गुलदस्ता बनाओ प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान पर दो टीम रही कक्षा नवम् ‘ बी ‘ एवं नवम् ‘ई ‘ दूसरे स्थान पर नवम् ‘ ए’ के बच्चे रहे । तृतीय स्थान कक्षा नवम् ‘ बी ‘ एवं नवम् ‘ ई ‘ के अन्य समूहों के बच्चों ने प्राप्त किया ।
बच्चों की रचनात्मक कला की सराहना करते हुए विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में बचपन से ही रचनात्मकता एवं कल्पना शक्ति का विकास होता है जिससे बच्चों में आत्म – विश्वास बढ़ता है । इससे टीम वर्क और कला कौशल को विकसित करने में मदद मिलती है। आगे चल कर यही रोजगार का भी अवसर प्रदान करता है। ऐसी प्रतियोगिता छात्रों के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में विद्यालय की शिक्षिका श्वेता सिंह, संध्या कुमारी एवं शिल्पी गुप्ता ने अपना योगदान दिया ।