दुमका (शहर परिक्रमा)

मधुमेह एक गैर-संचारी दीर्घकालिक रोग है: डॉ.सुनील कुमार सिंह

दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुनील कुमार सिंह ने एक भेंट में कहा कि मधुमेह एक गैर-संचारी दीर्घकालिक रोग है, जिसमें अग्नाशय या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पता है या शरीर अपने द्वारा उत्पादित इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है। इंसुलिन वह हार्मोन है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुनील ने कहा कि टाइप 1 और 2 मधुमेह भारत में मधुमेह के सबसे आम प्रकार हैं। टाइप 1 मधुमेह- तब होता है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके अग्नाशय पर हमला करती है और उसे नुकसान पहुंचाती है, जिससे यह पर्याप्त इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। वहीं टाइप 2 मधुमेह- तब होता है जब आपका शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग करना बंद कर देता है।

भारत में मधुमेह रोग के उच्च प्रसार में योगदान देने वाले कारक के बारे में जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुनील ने आगे कहा कि इंसुलिन प्रतिरोध के कारण भारतीयों में टाइप 2मधुमेह के प्रति अनुवांशिक प्रवृत्ति अधिक है। तेजी से बढ़ते शहरीकरण और गतिहीन जीवन शैली ने मोटापे और मधुमेह के जोखिम को और बढ़ा दिया है। साथ ही प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और अस्वस्थकर वसा से भरपूर पश्चिमी आहार मधुमेह की वृद्धि में योगदान देता है। इसके अलावा बहुत से भारतीय डायबिटीज के जोखिम कारकों और इसके खतरे से अनजान हैं। जबकि गरीबी और सामाजिक- आर्थिक असमानताएं भी मधुमेह रोग के जोखिम को और बढ़ा देती है। आम जनता को आवश्यक सुझाव देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सुनील ने कहा कि मधुमेह प्रबंधन के लिए स्वस्थ जीवन शैली,नीतिगत पहल और बेहतर व्यायाम की आवश्यकता है।

संवाददाता: आलोक रंजन