महापुरुषों को समर्पित वेक्सो इंडिया का 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय समारोह
देवघर: स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान, योगमाया मानवोत्थान ट्रस्ट, साइंस एंड मैथेमेटिक्स डेवेलॉपमेंट आर्गेनाईजेशन तथा ओमसत्यम् इंस्टीट्यूट ऑफ फिल्म, ड्रामा एंड फाइन आर्ट्स के बैनर तले झारखंड राज्य की सांस्कृतिक राजधानी देवघर में दीनबंधु उच्च विद्यालय स्थित रवींद्र सभागार में वेक्सो इंडिया का वार्षिकोत्सव सह 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन धूमधाम से संपन्न होने हुआ।
मौके पर मुख्य अतिथि पद पर विराजमान थे स्थानीय विधायक सह झारखंड राज्य के पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, विशिष्ट अतिथि ओड़िशा से आई हुई समाजसेवी निलेन्द्री साहू, समाजसेवी ममता पाढी, वेक्सो इंडिया के संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह, केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, दीनबंधु उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक काजल कांति सिकदार, बेंगलुरु से आये हुए ई. चंद्रशेखर प्रसाद, पोरैयाहाट स्थित यूनिक कैरीयर पब्लिक स्कूल की प्राचार्या अर्पणा कुमारी के करकमलों से पिछले दिन आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
ज्ञात हो कि यह समारोह पूर्व प्रधानमन्त्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, बिहार के 11वें मुख्यमन्त्री भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर, पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, भौतिक विज्ञानी डॉ. रुस्तम रॉय, हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक राज कपूर, रूसी साम्यवादी क्रान्तिकारी, राजनीतिज्ञ तथा राजनीतिक सिद्धांतकार व्लदिमिर इल्यिच उल्यानोव ‘लेनिन’ को समर्पित था।
मौके पर नीलाचला फाउंडेशन, ओड़िशा एवं साइंस आर्गेनाईजेशन के सौजन्य से फ्लोरिडा, यूएसए निवासी प्रो. अजीत कौशिक को ‘डॉ. नीलाचला साहू मेमोरियल अवार्ड’, समाजसेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु, ममता पाढी को ‘अटल बिहारी बाजपेयी मेमोरियल अवार्ड, विज्ञान के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु, ई. चन्द्रशेखर प्रसाद को ‘डॉ. रुस्तम राय मेमोरियल अवार्ड, संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु, अर्पणा कुमारी को ‘राज कपूर मेमोरियल अवार्ड’ से अलंकृत एवं विभूषित किया गया। स्थानीय सैंकड़ों अभिभावकों को मोमेंटो व कैलेंडर देकर सम्मानित किया गया।
मौके पर विद्यार्थियों को विधायक ने कहा- जीवन में कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि निराशा को ही अटल सत्य समझ लिया जाए। जटिल परिस्थितियों में मुस्कुराने वाले हर मानव को दुनिया का कोई भी दुःख हरा नहीं सकता। असंभव से दिखने वाले हर कार्य को परिश्रम के साथ सरलता से किया जा सकता है। हमें अपने जीवन में परिणामों से अधिक प्राथमिकता कर्मों को देनी चाहिए। समय बड़ा बलवान होता है, हमें इसका दुरूपयोग करने से बचना चाहिए। सत्य के मार्ग पर चलना कठिन है, असंभव नहीं। ज्ञान की गोद में पलने वाला हर मानव महान है।