एसकेएमयू में जारी है हड़ताल और तालाबंदी
दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका में पिछले एक माह से हड़ताल और तालाबंदी चल रही है। विश्वविद्यालय ने कुलपति आवास में अपना अस्थायी कार्यालय बना लिया है और छात्र हित में कई महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. जयकुमार साह ने बताया कि एक तरफ जहां दुमका के संत जेवियर्स कॉलेज में यूजी सेमेस्टर-6 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ झारखंड सीजीएल, बिहार शिक्षक एवं अन्य प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के मूल प्रमाण पत्र भी निर्गत किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक उक्त प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण कुल 58 छात्र-छात्राओं को मूल प्रमाण पत्र निर्गत किए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी छात्र-छात्रा जिसने कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण की हो, वह कुलपति के आवासीय कार्यालय में आकर अपना मूल प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है। एक ओर जहां विश्वविद्यालय में हड़ताल और तालाबंदी है, वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्तर से छात्रहित के कार्यों में लगा हुआ है और विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी कुलपति आवास में तैनात नजर आ रहे हैं। कुलपति प्रो.बिमल प्रसाद सिंह ने एक बार फिर आंदोलनरत शिक्षकेतर कर्मचारियों से छात्र हित में हड़ताल और तालाबंदी समाप्त करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि तालाबंदी के कारण छात्रों को परेशानी हो रही है और छात्र हित के कार्य बाधित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीजी सेमेस्टर-2 और यूजी सेमेस्टर-6 का मूल्यांकन कार्य लगभग पूरा हो चुका है, जिसका रिजल्ट तालाबंदी के कारण प्रकाशित नहीं हो सका है। उन्होंने यह भी कहा कि यूजी सेमेस्टर-6 का रिजल्ट प्रकाशित नहीं होने के कारण पीजी एडमिशन में भी देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि यूजी सेमेस्टर-3, यूजी सेमेस्टर-1 सहित अन्य बैकलॉग स्पेशल परीक्षा लेने की विश्वविद्यालय ने तैयारी कर ली थी जिसका आयोजन तालाबन्दी के कारण नही हो सका। ज्ञात हो कि सातवें वेतनमान में वेतन निर्धारण को लेकर विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी पिछले एक माह से आंदोलनरत हैं तथा वेतन निर्धारण का मामला उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग झारखंड सरकार के स्तर पर लंबित है। कुलपति प्रो.सिंह ने एक बार फिर कहा कि कर्मचारियों की मांगें बिल्कुल जायज हैं तथा विश्वविद्यालय प्रशासन इस संबंध में निदेशालय से लगातार संपर्क में है तथा इस संबंध में कई बार निदेशालय को पत्राचार भी किया गया है। उन्होंने कहा 28 दिसंबर को एक बार फिर कर्मचारियों की मांगों को पत्र के माध्यम से निदेशालय को भेजा गया है तथा कम से कम पांच कॉलेजों के कर्मचारियों के वेतन निर्धारण का अनुरोध किया गया है।
संवाददाता: आलोक रंजन