एकलव्य पब्लिक स्कूल ने धूमधाम से मनाया अपना रजत जयन्ती वर्ष
देवघर: स्थानीय विश्वेश्वरैया इंजीनियरिंग कॉलोनी स्थित एकलव्य पब्लिक स्कूल परिवार ने रजत जयन्ती धूमधाम से मनाया। आज ही के दिन 9 जनवरी, 2001 को विद्यालय की स्थापना हुई थी। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय की निदेशिका रेखा कुमारी, प्राचार्य राजबर्धन, उप प्राचार्य हिमांशु शेखर पांडेय, विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील लेखक संघ, देवघर इकाई के अध्यक्ष प्रो. रामनन्दन सिंह, विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव, पूर्व शिक्षक मर्यादि सिंह, विद्यालय परिवार के सदस्य अजीत सिंह एवं अन्य ने दीप प्रज्ज्वलित किया।
मौके पर निदेशिका ने विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला एवं उपस्थित विद्यार्थियों को कहा- सत्य के मार्ग पर चलना कठिन है, असंभव नहीं। जबकि प्राचार्य ने संस्थापक प्राचार्य एवं शिक्षकों के योगदान की विस्तृत चर्चा की एवं विद्यार्थियों को कहा-ज्ञान की गोद में पलने वाला हर मानव महान है।
प्रो. रामनंदन ने विद्यार्थियों को कहा- जीवन में कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि निराशा को ही अटल सत्य समझ लिया जाए।डॉ. देव ने विद्यार्थियों को कहा-जटिल परिस्थितियों में मुस्कुराने वाले हर मानव को दुनिया का कोई भी दुःख हरा नहीं सकता। मर्यादि सिंह ने कहा-असंभव से दिखने वाले हर कार्य को परिश्रम के साथ सरलता से किया जा सकता है।
हिमांशु शेखर ने कहा- हमें अपने जीवन में परिणामों से अधिक प्राथमिकता कर्मों को देनी चाहिए। अजीत सिंह ने कहा- समय बड़ा बलवान होता है, हमें इसका दुरूपयोग करने से बचना चाहिए।
मौके पर खुशी व शिवांगी ने नृत्य, आनवी ने कवितापाठ एवं आदित्य व विशाल ने भाषण के माध्यम अपनी बातें रखी। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षिका रीता कुमारी, शोभा देवी, मीतू सरकार एवं गायत्री देवी ने अहम् भूमिका निभाई।