देवघर (शहर परिक्रमा)

भूतपूर्व मुख्यमंत्री पं. विनोदानंद झा की 125 वीं जयंती मनाई गई


देवघर: आज दिनांक 17.05.25 को संयुक्त बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री व बिहार गौरव स्व.पंडित विनोदानंद झा की 125 वीं जयंती हिंदी विद्यापीठ परिसर स्थित तक्षशिला विद्यापीठ में समारोहपूर्वक मनाई गई। पंडित जी की आदमकद तस्वीर पर पुष्पांजलि के बाद आरंभ हुए इस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक सुरेश पासवान ने पंडित जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने विनोदा बाबू को करिश्माई व्यक्ति बताते हुए कहा कि समाज के प्रति उनकी बहुत सारे योगदान हैं, जिन्हें हम कभी नहीं भूल सकते। साथ ही कहा कि देवघर के बारे में उनकी दूरदर्शिता का परिणाम है की मैं आज देवघर का विधायक हूं। इतना ही नहीं पुनाशी जलाशय योजना भी उन्हीं की योजना थी। शिक्षा के क्षेत्र में तो उनके उल्लेखनीय योगदान को सभी स्वीकारते हैं।

इस बीच विद्यापीठ की कुलपति डॉ. प्रमोदिनी हांसदा ने कहा कि पंडित जी की राजनीति समाज सेवा पर केंद्रित थी। वे समाज के पिछड़े वर्गों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने को हमेशा तत्पर रहे। उनका क्षेत्रीय भाषा के विकास में भी काफी योगदान है।

वहीं अन्य वक्ताओं ने भी पंडित जी के योगदान की चर्चा की। इस क्रम में अधिवक्ता अशोक राय ने एसपीटी एक्ट को लेकर उनका गुणगान किया।

पुरोहित दुर्लभ मिश्र ने कहा की पंडित जी अपने मुख्यमंत्रित्व काल में पेयजल, सिंचाई व पलायन रोकने को प्रमुखते देने का काम किया। वहीं प्रो.रामनंदन सिंह ने विनोदाबाबू को आदिवासियों, किसानों एवं गरीबों का नेता बताया। इसी क्रम में डॉ. नागेश्वर शर्मा ने भी अपने उद्गार व्यक्त करते हुए देवघर कॉलेज व एसपीटी एक्ट विनोदाबाबू का देन बताया। इस बीच रमेश बाजला ने कहा की विनोदाबाबू ने अपने कृतित्व से पूरे देश मे अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने विनोदाबाबू की शीघ्र ही आदमकद प्रतिमा लगाए जाने की मांग रखी।

उद्घाटनकर्ता मोतीलाल द्वारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पंडित जी को वीर विनोदा कहा जाता था। वे सच्चे राष्ट्रभक्त, धीर, गंभीर, धैर्यवान व निर्भीक राजनेता थे। इससे पूर्व समाजसेवी रीता चौरसिया ने भी पंडित जी की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें सच्चा देशभक्त कहा।

कार्यक्रम के अंत में संस्थान के प्रबंध निदेशक अशोकानंद झा ने कहा कि पंडित जी का ध्येय राष्ट्रभक्ति ही था। वे हमेशा निःस्वार्थ भाव से देश की सेवा की। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी पंडित जी का बतौर सदस्य योगदान पर चर्चा की। अंत मे श्री झा ने आगत अतिथीयों के प्रति धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. एस.सी.नायक, प्रो.सुंदर चरण मिश्र, संजीव कुमार झा, राजेन्द्र दास, इंटक नेता अनंत मिश्रा, अजय कुमार, गुलाब फलाहारी, महेशमणि द्वारी, किशोर ठाकुर, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के पूर्व महासचिव कार्तिक नाथ ठाकुर, अरुणानंद झा, पन्नालाल मिश्रा, बिनोद दत्त द्वारी व मीडिया प्रभारी शम्भू सहाय समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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  • शम्भू सहाय

    रिपोर्ट: शम्भूनाथ सहाय

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