देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर सेंट्रल स्कूल में मनाई गई रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती

आज दिनांक 07.05.25 को स्थानीय देवघर सेंट्रल स्कूल के सभागार में एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती मनाई गई।


मौके पर विद्यालय के प्राचार्य सुबोध झा ने कहा कि कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर एक महामानव थे। वे एक साथ कवि, कथाकार, उपन्यासकार, दार्शनिक, मानवशास्त्री, प्रखर वक्ता, संगीतकार, चित्रकार आदि अनगिनत विधाओं के स्वामी थे। उनकी इन्हीं विशेषताओं को देखते हुए स्वयं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें गुरुदेव की उपाधि प्रदान की थी। वे एक मात्र कवि हैं जिन्हें दो देशों यथा भारतवर्ष और बांग्लादेश के राष्ट्रगान की रचना करने का गौरव प्राप्त है। साथ ही वे एकमात्र ऐसे भारतीय हैं जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में नॉबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। वे एक सफल कवि, कथाकार, नाटककार तो थे ही साथ ही साथ एक सफल संगीतकार भी थे जिसका संगीत देश काल की सीमाओं को पार कर अखिल विश्व में छा गया है। बंगाल तो रविन्द्र संगीत के बिना अधूरा है।


    कार्यक्रम में सर्वप्रथम गुरुदेव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ पुष्पांजलि सभी शिक्षकों के द्वारा अर्पित कर उस महाविभूति के प्रति नमन किया गया। फिर बच्चों ने भाषण के माध्यम से अपने भावोद्गार प्रकट किया। फिर कक्षा पंचम व षष्ठ की बच्चियों ने रविंद्र संगीत पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की संयोजिका जोया सरकार, सृजा, नेहा, संजय, सुकांत व अन्य थे। उपरोक्त बातों की जानकारी मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार पांडेय ने दी।