विकलांगता शिविर में फाइलेरिया विकलांगता प्रमाण पत्र का वितरण
आज सिविल सर्जन, कार्यालय, देवघर में कुल 58 लोगों का बने फाइलेरिया विकलांगता प्रमाण पत्र का विवरण किया गया। जिसमें देवघर शहरी क्षेत्रों के अलावे जसीडीह, देवीपुर, सारवां, सारठ, पालोजोरी, करौं एवं मोहनपुर से लोग आकर अपना-अपना प्रमाण पत्र प्राप्त किया। कुछेक गंभीर फाइलेरिया संक्रमण वाले लोगों, जो सीएचसी करौं एवं पालोजोरी से है, उनके लिए देवघर मुख्यालय काफी दूरी होने तथा संक्रमण ज्यादा होने के कारण चलने-फिरने में परेशानी की वजह से वे अपना प्रमाण पत्र लेने नहीं आ सके, तो उनके लिए विशेष व्यवस्था करते हुए उनका विकलांगता प्रमाण पत्र उनके सीएचसी मुख्यालय अथवा एचएससी में भेजवा दिया जाएगा। जहां से वे लोग अपना पहचान पत्र दिखाकर विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
जिन लोगों ने अपना-अपना विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त किया, उन सभी लोगों ने सिविल सर्जन डॉ जुगल किशोर चौधरी के साथ सदर अस्पताल के चिकित्सक दल एवं सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। साथ ही विशेष तौर पर इनको फाइलेरिया से संबंधित बचाव , प्रभावित अंगों की साफ-सफाई, देखभाल व रखरखाव आदि की जानकारी के साथ इनके संक्रमण स्टेज का विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने की जानकारी देते हुए सभी को प्रत्येक माह के 21 तारीख को लगने वाले विकालांगता शिविर में लाकर प्रमाण पत्र बनवाने की सभी प्रक्रियाओं में आवश्यकतानुसार सहयोग करने और अंततः विकलांगता प्रमाण पत्र निर्गत हो जाने के उपरांत पुनः सूचना देकर बुलाते हुए प्रमाण पत्र प्राप्त करने में सहयोग करने के लिए सभी ने जिला भीबीडी पदाधिकारी डॉ अभय कुमार यादव एवं जिला भीबीडी सलाहकार डॉ गणेश कुमार यादव के साथ-साथ सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य के श्री पिंटू कुमार, श्री पंकज कुमार एवं श्रीमती रीता सिंह तथा एवं सीफार संस्था के श्री आशुतोष कुमार सिंह, श्री यदुनाथ मंडल, श्री राजेश कुमार एवं श्री कमलेश पाण्डेय को विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए अपना आभार प्रकट किया।
सहयोगी संस्था के इन लोगों ने आज फिर विभिन्न प्रखंडों के गांव -गांव में जाकर फाइलेरिया रोगियों को उनका विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने हेतु शिविर में लाकर जांच आदि कराया गया। जिसके तहत कुल 36 लोगों का अप्लीकेशन भर कर आवश्यक कागजातों के साथ जमा कराते हुए चिकित्सा दल के द्वारा इनका चिकित्सीय जांच आदि कराने में आवश्यक सहयोग किया गया। जिसमें से देवघर शहरी क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से कुल 10 लोग, सारठ से 05, पालोजोरी से 07, देवीपुर से 09, सारवां से 03, तथा जसीडीह से 02 फाइलेरिया के रोगी थे।