डीएवी कोडरमा के बच्चे समर कैंप में विभिन्न कला-कौशल से हुए रूबरू
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्देशित ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप में डीएवी पब्लिक स्कूल झुमरी तिलैया, कोडरमा के बच्चों ने विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी के माध्यम से अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। सीबीएसई द्वारा ग्रीष्मावकाश के दौरान बच्चों के बौद्धिक कौशल के समुचित विकास के उद्देश्य से ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप का आयोजन करवाया था। इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों में बहु भाषावाद को बढ़ावा देना एवं अन्य भाषाओं में अभिरुचि जागृत करना था। नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को अपनी मातृभाषा के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं में भी बातचीत करने के लिए सक्षम बनाना एवं बहुआयामी क्रियाकलापों द्वारा सीखने का अवसर प्रदान करना था। विद्यालयों में इसका आयोजन 24 मई से 31 मई के बीच प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी के द्वारा बच्चों के अंदर कला- कौशल का विकास करना था । बच्चों ने बड़े उत्साह एवं जोश से ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप में अपनी सहभागिता दिखाई।

इस अवसर पर जसमित चावला, सृष्टि कुमारी, वैष्णवी राज, तरुण दास ने पंजाब, बंगाल, बिहार, उड़ीसा, त्रिपुरा राज्यों की वेशभूषा रीति- रिवाज, रहन-सहन, खान-पान को एक्टिविटी के द्वारा अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। मासिया मीर एवं अनन्या ने नृत्य तथा गीत प्रस्तुत किया। संस्कृति सिंह, प्रियांशु सिंह, खुशी सलूजा, आरोही, शांभवी ने विभिन्न राज्यों की संस्कृति एवं सभ्यता से संबंधित क्रियाकलापों को प्रस्तुत किया। मान्या कुमारी, वैष्णवी राज, ग्लोरिया जोसेफ, विजेता बर्नवाल, न्यूषा सिंह, प्रेरणा यादव, सृष्टि कंदवे ने विभिन्न प्रांतों के ट्रेडिशनल फूड लिट्टी चोखा, बटर पनीर, कचौरी, पूरी सब्जी बनाकर अपनी रचनात्मक प्रतिभा को दिखाया। बच्चों के ज्ञानार्जन हेतु ऑनलाइन क्विज कंपटीशन का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों ने इंडियाज रिच लिंग्विस्टिक एंड कल्चरल हेरिटेज पर सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी द्वारा अपनी भौतिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इसमें राजवीर सिंह, उदय शंकर यादव ने प्रथम स्थान, आकृति सिंह द्वितीय स्थान, दिव्यांश मालवा एवं प्रिंस कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप का समापन आठवीं कक्षा की ईशु यादव द्वारा वक्तव्य से हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि सीबीएसई ने ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप का आयोजन कर बच्चों के अंदर सांस्कृतिक कौशलों के साथ-साथ खेल, संगीत, नृत्य, चित्रकला द्वारा उनकी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है । इससे बच्चों के अंदर की प्रतिभा निखर कर बाहर आएगी तथा वे भारतीय संस्कृति एवं इतिहास से रूबरू होंगे। बच्चों को एक से अधिक भाषाओं को सीखने का अवसर मिला है। बच्चों ने इन सात दिनों के अंदर अलग-अलग तरह की एक्टिविटी के द्वारा अपनी तार्किक, कलात्मक एवं रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस समर कैंप के माध्यम से बच्चों को नई चीज़ें सीखने एवं खुद को बेहतर बनाने का मौका मिला। ग्रीष्मावकाश के दौरान बच्चों एवं शिक्षकों ने जिस प्रकार से सीबीएसई गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रमों को आयोजित किया यह बड़े ही गर्व की बात है ।
ऑनलाइन भारतीय भाषा समर कैंप के आयोजन में बच्चों का दिशा -निर्देश एवं मार्गदर्शन करने में विद्यालय के शिक्षकों में कुमार सतीश सिंह, जयदेव आचार्या, दिनेश कुमार दूबे, बलराम मिश्रा, पी बी खड़ंगा, ज्योती सिंह, सूर्यकांत मिश्रा, खुशबू कुमारी, निधी अम्बष्टा, मिथिलेश कुमारी, पवन कुमार, जी एस पात्रो, शुभाश्री रथ, संदीप कुमार, सत्य प्रकाश तिवारी का योगदान रहा।