डीएवी पब्लिक स्कूल, कोडरमा में वैदिक परम्परा से शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन
शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर डीएवी पब्लिक स्कूल झुमरी तिलैया, कोडरमा में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम सुबह की सभा को कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के द्वारा संचालित गया। फिर बच्चों ने सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं को पूरे सम्मान के साथ फूल प्रदान कर तिलक लगाकर स्वागत किया।
मौके पर मुख्य अतिथि प्राचार्य एवं सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने शिक्षक दिवस के शुभावसर पर डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साथ ही प्राचार्य महोदय ने मुख्य अतिथि जे.जे. कॉलेज के प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार सिंह, उनकी धर्मपत्नी रीता सिंह एवं विशिष्ट अतिथि संजीवन सिंह परमार को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत व अभिनंदन किया।
मौके पर वैदिक संस्कृति व परंपरा के अनुसार कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक हवन से हुआ, तत्पश्चात प्राचार्य महोदय ने केक काट कर सभी लोगों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।
इस दौरान विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। अंतरा मुखर्जी एवं नित्या पाठक ने एकल नृत्य प्रस्तुत किया गया। हिंदी भाषण सतीश यादव द्वारा एवं संस्कृत भाषण जिज्ञासा रानी द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर तीन अन्य समूह नृत्य एवं नाटक प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के बीच-बीच में बच्चों ने शिक्षकों के लिए भी भिन्न भिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन किया जिसमें प्रथम खेल में ग्लास पिरामिड बनाना था। उसमें प्रथम स्थान पर प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह रहे तथा
अन्य खेलों में बलराम मिश्रा, जयदेव आचार्य, सुजीत राणा, मौसुमी मल्लिक, अमिता सिन्हा, लक्ष्मी गुप्ता, पी.वी खड़ंगा, ज्योति, मोहम्मद अली, श्वेता सिंह एवं शंकर विश्वकर्मा विजेता रहे। पूरे कार्यक्रम में शुरू से अंत तक बच्चे शिक्षक एवं मुख्य अतिथि ने बहुत ही मनोरंजन किया।
मौके पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि
शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व व उनके योगदानों को याद करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों के योगदान और उनके महत्त्व को याद किया जाता है डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन हम सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणा स्रोत थे। इस अवसर पर हम सभी शिक्षकों के अथक समर्पण और अटूट प्रयासों के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार सिंह ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का आईना होते हैं और बच्चों के सपनों को संवारते हैं। शिक्षकों की ही देन है कि हम आगे चलकर अपने जीवन में सफल होते हैं। हर एक इंसान के जीवन में शिक्षकों या गुरुओं का बहुत ही योगदान है। अगर शिक्षक नहीं होते तो आने वाली पीढ़ियों को अच्छा ज्ञान नहीं मिल पाता है ।
मंच संचालन का कार्य 11वीं कक्षा के विद्यार्थी आयुष राज एवं सदिया सलीम ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक कुमार सतीश सिंह ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सभी शिक्षकों का योगदान रहा।