झारखंड के सबसे लंबे पुल का नाम तिलका मांझी सेतु रखा जाय: राजू पुजहर
दुमका: जामा प्रखंड के ढोंढली पंचायत के हरिनगोहाल गांव में सोमवार को माल पहाड़िया समाज की बैठक रामप्रसाद पुजहर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सर्वसम्मति से मांग की गयी कि दुमका के कुमड़ाबाद के पास बनी झारखंड की लंबी पुल का नाम तिलका मांझी सेतु रखा जाय। प्रमंडलीय अध्यक्ष दामोदर गृही ने तिलका मांझी के वीरगाथा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने 1766 ईसवी से 1785 ईसवी के इस लंबे काल तक अंग्रेजों से लड़ा। इस दौरान भागलपुर में एक अंग्रेज अधिकारी को तीर से मार डाला था। जिसके परिणामस्वरूप 11 फरवरी 1785 ईसवी को उन्हें फांसी दे दी गयी। मुखिया सह सामाजिक कार्यकर्ता राजू पुजहर ने बताया कि झारखंड सरकार लंबे पुल का नामांकरण शहीद तिलका मांझी के नाम पर कर उन्हें सम्मान दे। पहाड़िया युगवासी हैं। हम राजा हुआ करते थे जिसका प्रमाण शंकर स्टेट गांदो एवं महेशपुर राज से मिलता है।
मौके पर मुखिया संतोष पुजहर, मनु गृही, कमल गृही, प्रमोद गृही, श्यामसुंदर पुजहर, कीनू गृही, बिनोद गृही, कानी देवी, पिहू कुमारी, सावित्री देवी, सबोनी देवी आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट- बीरबल कुमार दर्वे Birbal Kumar Darve