देवघर: जैन मंदिर में विकलांग सेवा में अग्रणी पद्मश्री विमल जैन का हुआ सम्मान
विकलांग सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पद्मश्री विमल कुमार जैन का देवघर आगमन पर जैन समाज देवघर के द्वारा स्थानीय स्थानीय जैन मंदिर में सम्मान किया गया। सर्वप्रथान जैन विधि से उनका सम्मान किया गया। उनके साथ कला एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले उनके छोटे भाई जैन कमल भी देवघर पधारे थे। अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में पद्मश्री विमल कुमार जैन ने कहा, ” बाबा वैद्यनाथ की भूमि , इस जैन मंदिर प्रांगण और आप सबके बीच आना मेरे लिए सदा प्रेरणादाई रहा है। मुझे इस बात के लिए प्रसन्नता है कि मुझे भगवान ने सेवा के लिए चुना। विकलांग बच्चे अपने मान बाप की गोद में हमारे अस्पताल में आते हैं, मगर कुछ दिनों बाद अपने पैरों पर जाते हैं। उनके अभिभावकों की खुशी और दुआएं मेरे लिए किसी भी सम्मान से बड़ा है। श्री जैन एक मजदूर के द्वारा किए देहदान की चर्चा कर भावुक हो गए।
उन्होंने यह भी बताया कि अब अपनी सेवा का विस्तार अन्य प्रदेशों में करना चाहते हैं । उसके बाद अपने विचार व्यक्त हुए डॉ आनंद जैन ने दोनों के कार्यों की सराहना की। पत्रकार शत्रुघ्न प्रसाद ने जैन कमल के पत्रकारिता विशेषकर साज सज्जा और अखबार और पत्रिकाओं के कलेवर में क्रांतिकारी परिवर्तन का उल्लेख किया। आज उनकी चर्चा उनके डिजाइन के साथ साथ णमोकर मंत्र पर आधारित उनकी पेंटिंग की चर्चा की । विमल जैन के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि विमल जी राजनीति का मार्ग चुन सकते थे, क्योंकि उनके समकालीन केंद्र में और बिहार में मंत्री हैं। मगर उन्होंने सेवा, वह बिहार व्लांग सेवा का मार्ग चुना। वरिष्ठ पत्रकार और फिल्म निर्देशक राजेश झा ने जैन कमल के साथ अपने संस्मरणों को साझा किया। साथ विमल जी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों के बारे में बताया। जैन कमल ने अपने बड़े भाई के बारे में बताते हुए यह कह कर चौंका दिया कि वे अपने बड़े भाई को नहीं। मेरे जानने से ज्यादा आज पूरा देश उन्हें जनता है। वे एक जुनूनी समाजसेवी हैं। आज उनके साथ बिहार ही नहीं , देश और विदेशों के लोग खड़े हैं। उसका जीता जागता प्रमाण उनके द्वारा बनाया गया पटना का विकलांग अस्पताल है। उन्होंने जैन मंदिर में बननेवाले भक्तामर केंद्र की चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन झारखंड राज्य दिगंबर जैन धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन किया। संचालन के क्रम में उन्होंने बताया कि वे विमल जी के कार्यों को बहुत करीब से देखा है। वे मानवता की अद्भुत सेवा कर रहे हैं । उनका स्नेह हमेशा मिलता रहा है। ताराचंद जैन ने जैन कमल के का उल्लेख किया। उन्होंने बताया की जैन कमल देवघर जैन मंदिर में जैन कमल के मार्गदर्शन में बन रहे भक्तामर केंद्र से एक नया आयाम जुड़ेगा।विमल जी की पत्नी श्री मती सरोज झा का सम्मान डॉ मंजू झा ने किया।
कार्यक्रम में अशोक जैन, सुरेश पाटनी, ज्ञानचंद, कवि गीतकार अनिल कुमार झा, कहानीकार प्रशांत कुमार सिन्हा, समाजसेवी बम शंकर झा सहित जैन समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।