देवघर (शहर परिक्रमा)

देवघर: जसीडीह पब्लिक स्कूल में स्थापना दिवस पर ‘तरंग 24’ का आयोजन

आज दिनांक 4 फरवरी 2024, दिन रविवार को जसीडीह पब्लिक स्कूल में, स्कूल के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में वार्षिकोत्सव ‘तरंग 24’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवघर विधायक नारायण दास थे जिन्होंने ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम का वर्चुअल शुरूआत किया एवं अपने संबोधन में छात्रों के बीच आशीर्वचन कहे। अन्य गणमान्य अतिथियों में देवघर एम्स के निदेशक डॉ(प्रो) सौरभ वार्ष्णेय, हनुमान कथा वाचक प्रदीप भैया जी, ACGM देवघर संजीव चंद्र, देवघर एयरपोर्ट के निदेशक प्रवीण कुमार, रामसेवक सिंह गुंजन, सुबोध झा इत्यादि ने भी अपने सम्बोधन में बच्चों को आशीर्वाचन दिया।

इसके पूर्व विद्यालय के निदेशक डॉ भारतेन्दु दुबे ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र प्रदान कर किया गया। तत्पश्चात स्कूल के संस्थापक स्व. दीप नारायण एवं मनोरमा देवी के तस्वीरों में माल्यार्पण कर उनको पुष्पांजलि दी गई। मुख्य अतिथि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। आकर्षक ढंग से सजे विद्यालय परिसर में स्वागतोत्सुक विद्यालय ने अपनी परंपरा निभाते हुए सर्वप्रथम आमंत्रितों का स्वागत एवं अभिनंदन किया और स्वागत गान की प्रस्तुति दी। स्कूल के बच्चों ने मां सरस्वती की वंदना कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
विद्यालय के निर्देशक सह बाल कल्याण ट्रस्ट के सचिव डॉ भारतेंदु दुबे ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विगत वर्ष में विद्यालय द्वारा अर्जित उपलब्धियां की जानकारी दी तथा छात्रों एवं अभिभावकों को विद्यालय में यथोचित साधनों को उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में इस तरह के आयोजन से बच्चों का सर्वांगिक विकास होता है।


सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ गणेश वंदना के साथ हुआ। इसके बाद संथाली नृत्य, कालबेली नृत्य, मराठी नृत्य, राजस्थानी नृत्य, भांगड़ा, हिप हॉप, गरबा एवं कव्वाली की प्रस्तुति दी गई। ऐसा लग रहा था मानो भारत के सभी राज्यों की संस्कृति जसीडीह पब्लिक स्कूल के प्रांगण में झलक रही हो और देश की विविधता में एकता को परिभाषित कर रही हो।
रंग-बिरंगे परिधानों में सजे बच्चों ने कभी शिव तांडव तो कभी ‘बम बम भोले’ एवं ‘मेरी चौखट पर राम आए हैं’ जैसे संगीत पर अपनी प्रस्तुति से लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। सामाजिक परिवेश एवं देशभक्ति से ओत-प्रोत नाटकों की प्रस्तुति ने लोगों के मन को छु लिया। फूलों की तरह नन्हे नन्हे बच्चों ने ‘Lets learn the colour’ से रंगों का विवरण दिया एवं गलती से मिस्टेक गीत पर अपनी खूबसूरत प्रस्तुति देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। उपस्थितगण के तालिया की गड़गड़ाहट ने सभी छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया।
इस मनमोहक कार्यक्रम का संचालन स्कूल के प्रबंधक कुमार धर्मेश एवं स्कूल शिक्षिका श्रीमती रेखा कुमारी के द्वारा किया गया। अन्य शिक्षक एवं शिक्षिकाओं में अंतेश चक्रवर्ती, शैलेश कुमार, धरती सिंह चौधरी, ब्रजेश बर्णवाल, शैलेंद्र सिंह, आशुतोष दुबे, अनुभा देवी, नेहा कुमारी, संध्या दुबे, जय श्री मैम, कुमारी ज्योति, स्वीटी सिंह, ज्योति कुमारी, कौशल कुमारी, अनामिका कुमारी, साधना सिह, शंभू कुमार दुबे एवं सिमरन कुमारी ने इसी कार्यक्रम में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम में उद्घोषक की भूमिका में छात्र आयुष एवं इशांत तथा छात्राएं आरुषि अनुष्का सरस्वती एवं निहारिका ने अपना योगदान दिया। कार्यक्रम में राजदिपक कुमार द्वारा सभी का आभार व्यक्त एवं धन्यवाद ज्ञापन किया गया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।