देवघर: आराध्या प्रिया पश्चिम बंगाल की संस्था द्वारा श्रेष्ठ निबंधकार पुरस्कार से होगी अलंकृत
श्रीकृष्णापुरी निवासी, प्रियांशु प्रिया एवं सुमन सौरभ की पुत्री आराध्या प्रिया ने पिछले दिन आर. सी. भौमिक मेमोरियल ट्रस्ट एवं विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के युग्म बैनर तले आयोजित राष्ट्रीय स्तर निबन्ध प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी निभाई थी। निबंध का शीर्षक था – श्रीराम मंदिर। इस प्रतियोगिता में आराध्या ने जिला, राज्य एवं सम्पूर्ण राष्ट्र में प्रथम स्थान प्राप्त कर, श्रेष्ठ निबंधकार पुरस्कार के लिए चयनित हुई। इसकी जानकारी भौमिक ट्रस्ट के संस्थापक राजर्षि भौमिक, सचिव रत्ना भौमिक एवं वेक्सो इंडिया के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव ने दी। आगामी 18 फरवरी को सिद्धिविनायक बैंक्वेट हॉल के भव्य सभागार में यह अलंकरण होना सुनुश्चित हुआ है। आराध्या का जन्म 4 अक्टूबर 2009 को बुद्धचक, भागलपुर में हुआ था। उसके दादा सुदामा प्रसाद सिंह, दादी प्रेम बिन्दू, नाना विरेन्द्र प्रसाद सिंह, नानी प्रतिमा देवी की लाडली आराध्या की पढाई की शुरुआत बोकारो के किंडरगार्डन प्ले स्कूल से हुई। ततपश्चात ब्लू वड्स स्कूल, पाकुड़, माउंट ऐग्मोंट स्कूल, हजारीबाग के बाद 2018 में देवघर स्थित गीता देवी डी०ए०वी० पब्लिक स्कूल, कास्टर्स टाउन से वर्तमान में डी०ए०वी० पब्लिक स्कूल, भंडारकोला, में कक्षा नवम की छात्रा है।
इसके पूर्व उसे केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा ज्ञानोत्सव-2079 ‘शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत’ आलेख प्रतियोगिता, राष्ट्रीय स्तर- तृतीय स्थान एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा हिन्दी दिवस 2022 कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग में प्रथम स्थान हेतु पुरस्कृत किया जा चुका है। उसे अंतर्राष्ट्रीय डाक संघ प्रत्र-लेखन प्रतियोगिता 2023 परिमंडल स्तर प्रथम स्थान, ढ़ाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता 2022-2023 परिमंडल स्तर- तृतीय स्थान, ज्ञानोत्सव-2079 ‘शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत’ आलेख प्रतियोगिता, राष्ट्रीय स्तर- तृतीय स्थान, अंतर राष्ट्रीय राज भाषा उत्सव 2023, भारतीय राजदूतावास कतर हिन्दी सुलेख प्रतियोगिता प्रथम स्थान, अंतर राष्ट्रीय राजभाषा उत्सव -2024, भारतीय राजदूतावास कतर, मौलिक हिन्दी कविता लेखन प्रतियोगिता प्रथम स्थान, अंतरराष्ट्रीय डाक-संघ पत्र लेखन प्रतियोगिता 2021 परिमंडल स्तर तृतीय स्थान, लघु निबंध प्रतियोगिता, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, सह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली, विषय – विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस, राष्ट्रीय स्तर द्वितीय स्थान, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भारत सरकार क्विज प्रतियोगिता में सह भागिता प्रमाण पत्र, वेक्सो इंडिया द्वारा श्रेष्ठ निबंधकार, सत्यजीत राय प्रतिभा पुरस्कार, राम कृष्ण मिशन द्वारा जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, के० एम ऑलवेज ग्रोईंग फाऊंडेशन जयपुर राजस्थान, विद्यार्थी विशेष स्टूडेंट प्राइड अवार्ड, भारतीय विकास समिति, लखनऊ उत्तरप्रदेश द्वारा निबंध प्रतियोगिता में द्वितीय पुस्तकार मिल चुका है। उसके अनुसार जीवन का मूल मंत्र, ‘हम सब लोगों में से हर एक, एक चमत्कार है हर एक के भीतर, एक रोशनी जल रही हैं, जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित है और वह रोशनी है- उम्मीद की रोशनी, जो कभी नहीं बुझती हम अवसरों से भरी अनंत धरती पर रहते है। सफलता का मूल मंत्र -मेहनत, उत्साह और दृढ विश्वास। मुझे केवल अवसर मिलना चाहिए। बस फिर देखिए, मैं कैसा चमत्कार करके दिखाती हूँ।’