दुमका (शहर परिक्रमा)

दुमका: शिवनगरी बासुकीनाथ में भक्तिपूर्ण माहौल मे हुआ चड़क पूजा का समापन

बासुकीनाथ: शिवनगरी बासुकीनाथ में सोमवार को चार दिवसीय चडक पूजा का समापन हो गया। बासुकीनाथ काली मंदिर से नगर पंचायत कार्यालय बायपास सड़क पर स्थित चड़क बाबा स्थान में चल रहे चड़क पूजा का समापन सोमवार की सुबह को हो गया।
बासुकीनाथ में चड़क बाबा के स्थान की महत्ता सबसे अलग है। वर्षो से चली आ रही परंपरा के अनुसार चरकिया बाबा स्थान में वहां के पुजारी चार दिन तक नेम निष्ठा से बाजे गाजे के साथ विधि विधान से चडक बाबा की पूजा अर्चना करते हैं। चौथा और अंतिम दिन चरकिया बाबा स्थान में प्रत्येक वर्ष एक अग्निकुंड वहां के पुजारियों द्वारा विधि पूर्वक की स्थापना की जाती है, जिसमें लकड़ी और शुद्ध देशी का प्रयोग कर अग्नि को प्रज्ज्वलित किया जाता है। अग्निकुंड लगभग पन्द्रह फीट लंबा होता है। चड़क बाबा के पुजारियों द्वारा उस तपते धधकते अग्निकुंड को नंगे पैर पार करना पीडीटीए है। पुजारियों का अग्निकुंड से गुजरने के बाद बासुकीनाथ के निवासी भी नंगे पैर अग्निकुंड को हंसते मुस्कुराते निर्भीक होकर उस तप्त धधकते कुंड को सकुशल पार कर जाते हैं। इस अग्निकुंड के कार्यक्रम को देखने बासुकीनाथ निवासियों की काफी भीड़ होती है। इस तरह आस्था,भक्ति एवम चड़क बाबा की शक्ति का प्रत्यक्ष दर्शन के बाद चड़क पूजा संपन्न हो जाता है।

रिपोर्ट- शोभाराम पंडा