संप चैंबर ने किया जियाडा (संप प्रक्षेत्र) के क्षेत्रीय निदेशक के पदस्थापना की मांग
संताल परगना चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, देवघर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक और महासचिव रितेश टिबरेवाल ने संयुक्त रूप से पत्र लिखकर कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार सह उद्योग सचिव श्री प्रवीण कुमार टोप्पो से झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (संताल परगना क्षेत्र) में लंबे समय से रिक्त पड़े क्षेत्रीय निदेशक के पदस्थापना की मांग किया है।पत्र में कहा गया है कि 19.10.2023 को तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशक एस के लाल के स्थानांतरण होने के बाद से ही अभी तक उस पद पर किसी नए पदाधिकारी का पदस्थापन नहीं हुआ है। क्षेत्रीय निदेशक का पद रिक्त रहने के कारण संताल परगना के औद्योगिक क्षेत्रों में प्लॉट आवंटन, डीओपी, प्रोजेक्ट परिवर्तन सहित उद्यमियों के अन्य सभी कार्य लंबित पड़े हैं। इससे न सिर्फ उद्यमियों को औद्योगिक गतिविधि सुचारू रखने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है और उनका मूल्यवान समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि औद्योगिक विकास के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।
चैंबर ने तथ्यात्मक जानकारी दिया है कि पिछले दिनों 29.8.2023 को पीसीसी की बैठक में कई उद्यमियों को प्लॉट आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है तथा उद्यमी सितंबर-अक्टूबर 2023 में ही आवश्यक राशि भी जमा कर चुके हैं। तथापि क्षेत्रीय निदेशक का पद रिक्त रहने के कारण उद्यमियों को अब तक फाइनल एलॉटमेंट ऑर्डर नहीं मिल पाया है। दिनांक 03.10.2023 को भी नए प्लॉट आवंटन के लिए कई उद्यमियों ने आवेदन किया हुआ है जिनके निष्पादन की कारवाई आगे नहीं बढ़ रही है।
अतः आग्रह है कि जियाडा, संप क्षेत्र में क्षेत्रीय निदेशक के पद पर अविलंब किसी पदाधिकारी को पदस्थापित किया जाए अथवा तत्काल देवघर में पदस्थापित किसी अन्य सक्षम पदाधिकारी को क्षेत्रीय निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया जाए ताकि यहां के उद्यमियों के लंबित कार्य और अन्य गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित हो सके।
चैंबर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने पत्र जारी करते हुए बताया कि राज्य सरकार के स्तर पर ऐसे रवैये से आखिर राज्य में औद्योगिक विकास कैसे होगा, उद्यमी यहां निवेश करने के लिए कैसे आकर्षित होंगे। सरकार को उद्यमियों की परेशानियों से वाकिफ और संवेदनशील होना चाहिए।