दुमका: हूल दिवस से पूर्व विद्यार्थियों के बीच आयोजित होगी कई प्रतियोगिताएं
दुमका: सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका में इस बार हुल दिवस मनाने की भव्य तैयारी की जा रही है। हूल दिवस से पूर्व विवि के विभिन्न महाविद्यालय एवं स्नातकोत्तर विभागों के छात्र-छात्राओं के बीच कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस बार विश्वविद्यालय कैंपस में तीन दिवसीय संथाल हुल का आयोजन किया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम की शुरुआत 26 जून से भोगनाडिह जाने वाले पैदल यात्रियों के स्वागत से होगी। यहां बता दें कि भोगनडीह साहिबगंज जिले में स्थित एक गांव है। यह गांव संथाल विद्रोह के प्रमुख नेताओं सिदो मुर्मू , कान्हू मुर्मू, चांद मुर्मू, भैरव मुर्मू, फूलो मुर्मू और झानो मुर्मू की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है और वर्ष 2005 से गोटा भारत सिदो कान्हू हुल बैसी के बैनर तले 26 जून को दुमका के सिदो कान्हू चौक से भोगनडीह तक पदयात्रा निकाली जाती है।
सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय वर्षों से उक्त जत्थे का भव्य स्वागत करता आ रहा है, अब इस वर्ष भी विश्वविद्यालय उनके स्वागत की तैयारी में जुटा है। उक्त कार्यक्रम के बाद 28 जून 2024 को छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने शनिवार को सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर महाविद्यालय/विभाग स्तर पर छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करने तथा प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के नाम 26 जून तक विश्वविद्यालय को भेजने को कहा है। बता दें कि 28 जून को विश्वविद्यालय में भाषण, एकल गान, एकल नृत्य, समूह गान, समूह नृत्य, क्विज, रंगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें महाविद्यालय/स्नातकोत्तर विभाग स्तर पर संबंधित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी भाग लेंगे।
उपरोक्त प्रतिभागियों में से प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 30 जून 2024 को विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित होने वाले हूल दिवस के मुख्य कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बिमल प्रसाद सिंह ने बताया कि इस बार विश्वविद्यालय परिसर में हूल दिवस का भव्य आयोजन किया जाएगा। 26 जून 2024 को भोगनाडीह जाने वाले पद यात्रियों का विश्वविद्यालय परिसर में स्वागत किया जाएगा। उसके बाद 28 जून 2024 को महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी तथा 30 जून 2024 को हूल दिवस का मुख्य कार्यक्रम विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित किया जाएगा।
रिपोर्ट- आलोक रंजन