देवघर (शहर परिक्रमा)

22 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन 22 एवं 23 दिसंबर को


देवघर: 22 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन देवघर के बिलासी स्थित मैरिज गार्डन में आगामी 22 एवं 23 दिसंबर को किया जाएगा। इसको लेकर आज बिहार के दरभंंगा से आए सम्मेलन के महासचिव डॉक्टर बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की मैथिली भारतीय अष्टम अनुसूची की संबद्ध भाषा है। वर्ष 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के कैबिनेट से मैथिली को भारतीय संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल किया गया था। चूंकि 22 दिसम्बर को लोकसभा तथा 23 दिसम्बर को राज्यसभा में यह बिल पास हुआ इसलिए उसी तिथि को प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन किया जाता रहा है।
अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के संगोष्ठी प्रभारी और मैथिली भाषा के वरीष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि इसके अंतर्गत साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट अवदान देने वाले लोगों को मिथिला रत्न सम्मानोपाधि से अलंकृत किया जाता है। इस वर्ष भी बाबानगरी देवघर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में तीन दर्जन से अधिक विशिष्ट जनों को मिथिला रत्न से अलंकृत किया जाएगा। इस सम्मान के अन्तर्गत मिथिला मे प्रतिष्ठा के प्रतीक पाग, दोपटा , पुष्पमाल्य एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए अवकाश प्राप्त मुख्य अभियंता सह अध्यक्ष बैद्यनाथ मिथिला संस्कृति मंच, देवघर, ओम प्रकाश मिश्र ने कहा की बाबा नगरी देवघर में इस कार्यक्रम का आयोजन यहाँ के लोगों के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने अपनी संस्था की ओर से हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।
अवकाश प्राप्त पूर्व पुलिस महानिरीक्षक कपिल देव प्रसाद सिंह ने कहा कि देवघर मिथिला और मैथिली का केंद्र रहा है इसलिए हम सभी इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे तन मन धन से जुटे हुए हैं।
स्थानीय आयोजक बाबा बैद्यनाथ पंडा कीर्तन मंडली के महामंत्री विनोद दत्त द्वारी ने कहा कि इस आयोजन से हमारी सभ्यता और संस्कृति संवृद्ध होती है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन 22 दिसम्बर के दोपहर चार बजे होगा। उद्घाटन समारोह में कयी सांसद, विधायक, साहित्यकार आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि मिथिला की सभ्यता और संस्कृति को दर्शाते हुए प्रातः नौ बजे नगर में शोभा यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें भारी संख्या में मैथिली भाषु भाग लेंगे।
इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए देश विदेश से प्रतिनिधियों का आना शुरू हो गया है।