जाँच के दौरान कई अस्पतालों में कागजातों की कमी, 24 घंटे में जमा करने का निर्देश
आज दिनांक 23.12.24 को Clinical Establishment Act के तहत पंजीकृत एवं गैर पंजीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता चिकित्सा संस्थानों का जाँच टीम द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के कम में सुधा हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर सवेरा नर्सिंग होम, देवघर हॉस्पिटल कुण्डा, जीवनदायनी हॉस्पिटल, त्रिदेव हॉस्पिल, मां तारा हॉस्पिटल, अपना क्लिनिक बाजला चौक, साई राम हॉस्पिटल, सेल इलैक्ट्रो होमियो क्लिनिक, डा. डी. के. सिंह का जांच किया गया। सभी को मापदण्डों के अनुरूप कागजात की मांग की गई जिसके आलोक में सुधा हॉस्पिटल एवं त्रिदेव हॉस्पिटल द्वारा समुचित कागजात उपलब्ध कराया गया। परंतु अन्य क्लिनिक के द्वारा कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया है संबंधित क्लिनिक को 24 घंटे के अंदर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है इन में से कई हॉस्पिटल के अर्हता की जांच आवश्यक प्रतीत हुई, कई के चिकित्सक मौके पर गायब पाये गये जिसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा संज्ञान में लिया गया। सिविल सर्जन द्वारा निर्देशित किया गया कि उपरोक्त क्लिनिक ससमय अपना प्रतिवेदन जमा करना सुनिश्चित करेंगे अन्यथा आवश्यक कार्रवाई Clinical Establishment Act के तहत सुनिश्चित की जायेगी।
जानकारी हो कि निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवायें झारखण्ड राँची के कार्यालय पत्राचार के आलोक में उल्लेखित प्रधान सचिव, स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड के अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिए गए निर्णय के अंतर्गत Clinical Establishment Act के तहत पंजीकृत एवं गैर पंजीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता चिकित्सा संस्थानों के जांच का निर्देश दिया गया था। जिसके आलोक में सिविल सर्जन देवघर द्वारा डा. अभय कुमार यादव जिला मलेरिया पदाधिकारी की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई जिसके सदस्य के रूप में सचिव आई.एम.ए., सचिव झासा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एक एन.जी.ओ. के सदस्य के रूप कैलाश सत्यार्थी फाउण्डेशन को मिलाकर एक टीम बनाई गई। झासा सचिव डा. प्रभात रंजन उपाधीक्षक सदर अरपताल, आई.एम.के. अध्यक्ष डा. गौरी शंकर, समरेश कुमार सिंह जिला कार्यक्रम प्रबंधक, बचनदेव यादव प्रतिनिध स्वंय सेवा संस्था कैलाश सत्यथी फाउण्डेशन, मृगेन्द्र कुमार जिला कार्यक्रम समन्वयक आयुष्मान भारत ने टीम के रूप में औचक निरीक्षण किया था ।