त्रिदिवसीय शिक्षक क्षमता निर्माण कार्यक्रम का डीएवी भंडारकोला में उद्घाटन
देवघर: गीता डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला में झारखंड प्रक्षेत्र ‘एच’के शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन देवघर के अनुमंडल पदाधिकारी रवि कुमार, गीता देवी डीएवी एलएमसी के अध्यक्ष संतोष तुलस्यान, प्रमोद बाजला, अभिषेक तुलस्यान, प्रोग्राम के क्लस्टर प्रमुख सह विद्यालय के प्राचार्य बलराम कुमार झा, जी. डी डीएवी कास्टर टाऊन के प्राचार्य दिलीप कुमार सिंह, डीएवी ऊर्जा नगर गोड्डा के प्राचार्य एस.के. श्रीवास्तव, डीएवी कोडरमा के प्राचार्य के के सिंह, डीएवी पाकुड़ के प्राचार्य विश्वदीप चक्रवर्ती, डीएवी सीसीएल गिरिडीह के प्राचार्य ओ पी गोयल, डीएवी महेशपुर के प्राचार्य एस के झा, डीएवी चित्रा के प्राचार्य डॉ राघवेंद्र तिवारी, डीएवी सरिया के प्राचार्य आर के सिंह और डीएवी बुंडू के प्राचार्य तन्मय बनर्जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।
ज्ञात हो कि हरेक शैक्षणिक सत्र में दो बार, डीएवी सेंटर ऑफ एकेडमिक एक्सीलेंस, डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली के तत्वावधान में और माननीय सहायक क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी, झारखंड प्रक्षेत्र-एच के प्रबीर हाजरा जी के संरक्षण में इस तरह की कार्यशाला आयोजित की जाती है। झारखंड प्रक्षेत्र- एच में आने वाले समस्त विद्यालयों के हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, संस्कृत, एकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज, दृश्य और प्रदर्शन कला, गणित, कंप्यूटर साइंस, फिजिकल एजुकेशन और लाइब्रेरी साइंस के लगभग 450 शिक्षक डीएवी भंडारकोला और लगभग 100 शिक्षक गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल कास्टर टाउन में कार्यशाला में भाग ले रहे हैं ।
अपने स्वागत भाषण में गीता देवी डीएवी एमसी के अध्यक्ष संतोष तुलस्यान ने कहा कि आप जैसे बुद्धिजीवियों को इतनी संख्या में देखकर सुखद अनुभूति हो रही है कि आप बच्चों के पठन पाठन को और सशक्त और सुदृढ़ बनाने के लिए खुद के क्षमता निर्माण के लिए यहाँ उपस्थित हैं। एसडीएम रवि कुमार जो कि डीएवी के पूर्ववर्ती छात्र हैं, ने कहा कि डीएवी जैसी संस्था में वैदिक ज्ञान से लेकर आधुनिक ज्ञान बच्चों को दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि क्षमता निर्माण कार्यक्रम के माध्यम से आवश्यकता आधारित, कौशल आधारित और योग्यता आधारित शिक्षा के निहित संदेश को फैलाने में आप सफल हों।उन्होंने कहा कि एक शिक्षक की भूमिका रचनात्मक, सकारात्मक और जीवंत होनी चाहिए।अध्यापन के आदर्शों के प्रति आपके अटल समर्पण के कारण बच्चे सभी चुनौतियों का सामना करते हुए जबरदस्त नैतिक शक्ति पा रहे हैं।
प्राचार्य सह ट्रेनिंग प्रमुख बलराम कुमार झा ने कहा कि क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्देश्य सभी स्तरों पर पढ़ाने वाले शिक्षकों की विशेषज्ञता, शिक्षण योग्यता और दक्षताओं को बढ़ाना है। डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली के अध्यक्ष और डीएवी विश्वविद्यालय, जालंधर के कुलपति, आर्य रत्न पद्म श्री पूनम सूरी साहब, डीएवी सीएमसी, नई दिल्ली के निदेशक- पीएस, डा. वीर सिंह साहब, निदेशक एकेडमिक, डॉ. निशा पेसिन, झारखंड जोन एच के एआरओ, डॉ. प्रबीर हाजरा जी को उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से शिक्षक स्वयं को सक्रिय बनाते हुए नई तकनीक के जरिए शिक्षण कला को बच्चों तक पहुँचा सकते हैं ।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डीएवी भंडारकोला के समस्त शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी की अहम भूमिका रही। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।