डी.ए.वी भण्डारकोला में त्रिदिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का समापन
देवघर: डीएवी सेंटर ऑफ एकेडमिक एक्सीलेंस द्वारा आयोजित शिक्षकों के क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल, भण्डारकोला में हुआ। झारखण्ड जोन-एच के सभी स्कूलों के हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र ,जीव विज्ञान,संस्कृत ,एकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज, दृश्य और प्रदर्शन कला, गणित,कंप्यूटर साइंस, फिजिकल एजुकेशन और लाइब्रेरी साइंस के लगभग 450 शिक्षक डीएवी भंडारकोला और लगभग 100 शिक्षकों ने गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल कास्टर टाऊन में भाग लिया और पठन- पाठन के नई तकनीक के बारे में अपने ज्ञान को साझा किया। तीन दिनों में कुल पंद्रह घंटे का सेशन मास्टर ट्रेनर के द्वारा लिया गया। विद्यालय के हरेक स्तर पर पढ़ाने वाले शिक्षकों के दक्षता संवर्धन के लिए इस तरह के कार्यशाला का आयोजन प्रत्येक वर्ष दो बार किया जाता है। इस त्रिदिवसीय कार्यशाला के दौरान डीएवी भंडारकोला के बच्चों ने भी मासिक धर्म,दहेज प्रथा और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा (एनसीएफ) पर आधारित नुक्कड़ नाटक का अद्भुत प्रदर्शन किया जिसे सभी ने मुक्त कण्ठ से सराहा। अपने सम्बोधन में कार्यशाला के क्लस्टर प्रमुख एवं विद्यालय के प्राचार्य बलराम कुमार झा ने कहा कि इस कार्यशाला के उद्देश्यों को तभी प्राप्त किया जा सकेगा जब शिक्षक यहाँ प्राप्त परिणामों का प्रसार कक्षाओं में दृढ़ संकल्प, समर्पण, प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ ले जाएं।
उन्होंने आगे कहा कि डीएवी के शिक्षकों में वो दम खम है कि वो भारत को विश्व गुरु के रूप में पुनर्स्थापित कर सकते हैं। डीएवी सीएमसी के प्रधान, पद्मश्री पूनम सूरी जी, डायरेक्टर पीएस वीर सिंह जी, निदेशक एकेडमिक डॉ निशा पेशिन और झारखंड जोन एच के एआरओ डॉ प्रबीर हाजरा जी समेत झारखंड जोन एच के सभी प्राचार्य महोदय का उन्होंने सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया । सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ इस कार्यशाला से अत्यंत लाभान्वित हुए और यहाँ से प्राप्त ज्ञान को अपने कलास में प्रयोग करने का प्रण भी लिया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की अहम भूमिका रही। उक्त आशय की जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।