डीएवी पब्लिक स्कूल, कोडरमा में मनाया गया राष्ट्रीय पोषण सप्ताह
डीएवी पब्लिक स्कूल, कोडरमा में बच्चों ने 1 सितंबर से 7 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषक सप्ताह के रूप में मनाया। राष्ट्रीय पोषक सप्ताह का मूल उद्देश्य स्वास्थ्य के लिए एवं पोषण के महत्त्व के प्रति बच्चों व अभिभावकों में जागरूकता बढ़ाना था।
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। भारत में सेहत व स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं से ज्यादा रोगियों का आंकड़ा है। बीमारियों के बढ़ने की एक वजह बिगड़ी जीवनशैली और गलत खानपान भी है।
मौके पर कक्षा एलकेजी से दूसरी कक्षा के बच्चों ने प्रतिदिन भिन्न-भिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी लोगों में जागरूकता फैलाया।
कक्षा एलजी , यूकेजी एवं पहली कक्षा के बच्चों ने ताजे फल व सब्जियों को सलाद बनाकर सुंदर ढंग से सभी लोगों के सामने प्रस्तुत किया। सब्जियों व फलों पर सुन्दर कविताएँ भी सुनाई गई। दूसरी कक्षा के बच्चों ने स्वस्थ भोजन व स्वास्थ्य का प्रदर्शन कर उससे जुड़ी कुछ पंक्तियाँ बोली ।
अन्य गतिविधियों में पौष्टिक भोजन की सूची बनाना एवं थाली में सजाना। पौष्टिक भोजन का पत्रिकाओं की तस्वीरों से कोलाज बनाना “उनके शरीर के लिए अच्छा भोजन” तथा अपने रेफ्रिजरेटर पर भी लटकाना कि कौन से खाद्य पदार्थ स्वास्थ्यवर्धक हैं।
साथ ही बच्चोंं ने अनाज की बर्बादी न करने की भी सलाह दी। उन्हें बताया गया कि ” उतना ही लो थाली में कि व्यर्थ न जाए नाली में “। हमें कभी भी अन्न देवता का अपमान नहीं करना चाहिए। साथ ही पौष्टिक भोजन से दिन की शुरुआत करने तथा सकारात्मक आदतों को बढ़ावा देने की भी सलाह दी गई। बच्चों को जंक फूड की जगह संतुलित भोजन व शाकाहारी भोजन पर विशेष जोर देने के लिए कहा गया। जैसा खाए अन्न वैसा होवे मन इस बात को हमेशा ध्यान में रखकर हमें संतुलित व शुद्ध भोजन करना चाहिए।
बच्चों को जागरूक करने में विद्यालय की शिक्षिका लक्की पाठक, संध्या कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, शिल्पी गुप्ता एवं कृति कुमारी ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस दौरान शिक्षिकाओं ने बच्चों को प्रण दिलाया कि वे कभी जंक फूड व स्ट्रीट फूड नहीं खाएँगे। वे हमेशा हरी सब्जी, फल, अंकुरित भोजन एवं ताजा व हेल्दी खाना ही खाएँगे।
इस कार्यक्रम में बच्चों ने बड़ी ही उत्सुकता व प्रसन्न्ता से भाग लिया।अभिभावकों ने भी भरपूर सहयोग दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य ही हमारा सर्वोत्तम धन है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक भोजन का करना आवश्यक है। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनका स्वास्थ्य के प्रति सचेत होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त हमारे खाने में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, खनिज, लवण और जल है या नहीं इसका पता चलता है, जिसे भी हम पोषण कहते हैं। अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्वों को अपने भोजन के माध्यम से प्राप्त करना ही पोषण कहलाता है। इनआयोजनों के माध्यम से बच्चे पौष्टिक भोजन के महत्त्व को समझेंगे एवं इन आदतों को अपने जीवन में उतारेंगे।
कार्यक्रम को संचालित करने में सीसीए इन्चार्ज श्वेता सिंह ने अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।