देवघर सेन्ट्रल स्कूल में श्रीमती कृष्णा सिंह की पुण्य तिथि को स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया
लाखो करोड़ों जन प्रतिदिन इस पावन पवित्र धरा पर जन्म लेते हैं और काल कलवित भी होते हैं पर कुछ लोग यहां अमिट छाप छोड़ जाते हैं जो युग युगांतर तक लोगों को प्रेरणा देते रहते हैं। ऐसे लोगों की कीर्ति अनंत काल तक सजीव बनी रहती है। ऐसे ही महाविभूतियों में एक थी श्रीमती कृष्णा सिंह जो अपने लोगों के बीच में माँ जी के नाम से जानी जाती थीं। आज महान विभूति के 26वें पूण्य तिथि को स्थानीय देवघर सेंट्रल स्कूल में स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया।
आज सर्वप्रथम संजय झा के द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई तत पश्चात सभी विद्यालय कर्मियों ने माँ जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया साथ ही साथ भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। ततपश्चात एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ करते हुए प्राचार्य ने उपरोक्त बातें कही और साथ ही साथ बतलाया कि माँ जी का जीवन संघर्ष भरा था। वह स्वयं शिक्षित थीं और सभी स्त्रियों, बेटियों को शिक्षित करना चाहती थी अपने अथक प्रयासों उन्होंने बालिकाओं के लिए कृष्णा निकेतन की शुरुआत की जो आज एक विशाल दरख्त बन कर शिक्षा के क्षेत्र में नित नए आयाम गढ़ रही है।
संजय झा ने कहा माँजी की करुणा सबों को संबल प्रदान करती थी।उनके दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता था। हम सदैव उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करेंगें। दिलीप कुमार पांडेय ने कहा माँ तो सदा तुल्यवत्सला होती है। संतानों में भेद नहीं करती, उनका दरबार अन्नपूर्णा का भंडार था और वह सदा देवी बनकर सबों की मनोकामना पूरी करती थी। भगवान हमेशा श्री चरणों में स्थान दे यही हमारी प्रार्थना है।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त कर्मी राधा यादव, आकांक्षा वाजपेयी, स्वीटी कुमारी, नेहा कुमारी, संगीता सिंह, ज्योतिष झा, सुकांत सरकार, अरबिंद राणा, प्रियतोष कुमार दुबे और अन्य उपस्थित थे।