कोडरमा (शहर परिक्रमा)

कोडरमा: डीएवी पब्लिक स्कूल में स्पिक मैके का आयोजन

डीएवी पब्लिक स्कूल कोडरमा की प्रातः कालीन सभा में स्पिक मैके ने भारतीय संस्कृति की विरासत को साझा किया। विद्यालय ने अपनी वैदिक परंपरा के अनुसार राजस्थान से आये कलाकारों को तिलक लगाकर और पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया।उन कलाकारों ने अपने क्लासिकल गानों के साथ साथ राजस्थानी लोकगीतों और नृत्य से बच्चों का मन मोह लिया। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत ‘केसरिया बालम पधारो म्हारो देश’ से शुरू की। उसके बाद एक से बढ़कर एक लोकगीतों से उन्होंने सुरमयी समां बांध दी।

इस अवसर पर मोहिनी सपेरा नृत्यांगना ने अपने अद्भुत नृत्य से सभी को सम्मोहित कर लिया। पूरा विद्यालय गीत और नृत्य पर झूम उठा। नन्हे-मुन्ने बच्चे नृत्यांगना के अद्भुत करतब और नृत्य को देखकर बहुत प्रसन्न हुए और ज़ोरदार तालियों के साथ अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त की । स्पिक मैके युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति के प्रचार के लिए एक गैर-राजनीतिक, राष्ट्रव्यापी, स्वैच्छिक संगठन है। इसकी स्थापना 1977 में आईआईटी-दिल्ली में प्रोफेसर-एमेरिटस डॉ. किरण सेठ द्वारा की गई थी।यह भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाकर और उसमें निहित मूल्यों को आत्मसात करने के लिए युवा मन को प्रेरित करके औपचारिक शिक्षा की गुणवत्ता को समृद्ध करता है।स्पिक मैके- द सोसाइटी फॉर प्रोमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंगस्ट यूथ, एक स्वैच्छिक युवा आंदोलन है जो भारतीय शास्त्रीय, लोक संगीत एवं नृत्य, योग, ध्यान, शिल्प, और भारतीय संस्कृति के अन्य पहलुओं से संबंधित कार्यक्रमों एवं कार्यशालाओं का आयोजन करके भारतीय और विश्व विरासत के मूर्त तथा अमूर्त पहलुओं को बढ़ावा देता है। सुपरवाइजरी हेड मौसुमी मल्लिक और अमिता सिन्हा ने अंगवस्त्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। सभी शिक्षकों और बच्चों ने इस शानदार सुरमयी संगीत और नृत्य का खूब आनंद उठाया।