महामना मदन मोहन मालवीय जयंती सह पुरातन छात्र के समागम का आयोजन देवघर में संपन्न
भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के 162 वीं जयंती के अवसर पर महामना परिवार झारखंड के द्वारा जयंती सह पुरातन छात्र समागम का आयोजन एक स्थानीय होटल में किया गया। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित प्रो कृष्णकांत शर्मा, मुख्य अथिति जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो संतोष शुक्ला, मुख्य वक्ता प्रो प्रताप कुमार मिश्र, सारस्वत अतिथि प्रो सुभाष चंद्र राय, डॉ किशोरी लाल गुप्ता, प्रो रामविनय सिंह, मृत्युंजय मिश्रा महामना के जीवन चरित्र पर विहंगम प्रकाश डालते हुए कहा कि महामना का सम्पूर्ण जीवन लोगों की सेवा में व्यतीत हुआ। महामना का समर्पण त्याग का ही वर्तमान रूप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय है। सर्व विद्या की राजधानी काशी उनके संकल्पों से फलीभुत हुई।
इस समागम में झारखण्ड के 24 जिलों में से 18 जिलों के पुरातन छात्र जो बीएचयु से पढ़े थे उन्होंने ने भी भाग लिया। इग्नू के निदेशक डॉ सरोज कुमार मिश्र ने महामना के जीवन को समाज के लिया प्रेरणा स्रोत बताया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ विमलेन्दु कुमार, सहसंयोजक डॉ शंभू त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष मिथिलेश, सदस्य डॉ परशुराम तिवारी,डॉ प्रदीप कुमार मिश्र, डॉ संजय सिंह, डॉ राम अचल, डॉक्टर भुवन,डॉ द्रविड़, धीरज कुमार, डॉ सुजीत कुमार सोरेन, डॉ पायल वर्मा, डॉ विजय शंकर, श्री हिमांशु, रजनीकांत,डॉ धीरज मिश्र सहित अन्य उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम के संपूर्णता में अपना योगदान दिया।