देवघर: “पर्यावरण, संस्कृति एवं सतत विकास” विषय पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 17 एवं 18 फरवरी को
वर्तमान वैश्विक विकास के दौर में हर कोई आगे बढ़ना चाहता है , ऐसे में लालच, अति महत्वाकांक्षा उन पर हावी हो जाता है और वह अपने विकास धुन में आने वाले पीढ़ी की चिंता भूल जाते हैं । जो संसाधन आज हमें मिल रही है, कम से कम उतना भी हमारे आने वाले पीढ़ी को मिलता रहे यह सतत विकास से ही संभव है और सतत विकास बगैर पर्यावरण संरक्षण के संभव नहीं है। ऐसे में भारतीय संस्कृति का अध्ययन , संरक्षण एक शोध का विषय बन गया है। भारतीय संस्कृति प्राचीन समय से ही, जब दुनिया में लोग इन चीजों से अनभीज्ञ थे, पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की बात कर रही है। इन्हीं महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अनुचिंतन फाउंडेशन, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, देवघर एवं हिंदी विद्यापीठ, बी. एड. कॉलेज के संयुक्त तत्वधान में एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 17 एवम 18 फरवरी 2024 को “पर्यावरण, संस्कृति एवं सतत विकास” विषय पर करने जा रहा है । इस कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक कृष्णानंद झा( अध्यक्ष हिंदी विद्यापीठ एवं पूर्व मंत्री, बिहार सरकार) व प्रो. विमल प्रसाद सिंह (कुलपति सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका ) संरक्षक डॉ प्रमोदिनी हंसदा (कुलपति हिंदी विद्यापीठ देवघर) डॉ मनीष झा ,एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान विभाग देवघर कॉलेज , देवघर सह संरक्षक डॉ आशा मिश्रा , प्राचार्य हिंदी विद्यापीठ बी.एड कॉलेज, देवघर है । इस कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ सरोज कुमार मिश्र, क्षेत्रीय निदेशक (प्र) इग्नू देवघर ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ रितु रानी को- ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री मि. मणिकांत रंजन और संयोजक डॉ. अनिल ठाकुर, विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग, ए एस कॉलेज देवघर है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले मुख्य अतिथि में प्रोफेसर डॉ एम एम गोयल, पूर्व कुलपति वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा एवं निडॉनिक्स स्कूल ऑफ थॉट के संस्थापक , डॉ दुर्गा प्रसाद सेमॉनेटरी, एसोसिएट प्रोफेसर वित्त विभाग कॉलेज आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन रियाद, सऊदी अरब, प्रोफेसर आर.के. शाह पूर्व आचार्य एवं विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग, काठमांडू नेपाल डॉ मनोज कुमार मिश्रा, सलाले विश्वविद्यालय इथोपिया, डॉ अखिलेश कुमार विभागाध्यक्ष, स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग राम लखन सिंह यादव कॉलेज पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना , डॉ मोहन सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर अर्थशास्त्र विभाग आर्मी कैडेट कॉलेज देहरादून , डॉ रविशंकर कुमार चौधरी, सहायक प्राध्यापक इतिहास विभाग, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर ,डॉ कृष्ण मुरारी सिंह, स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय धनबाद ,प्रो राजेश मिश्रा, आचार्य ग्रामीण अर्थशास्त्र विभाग तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर, डॉ ओगरी निगाड़ी, इथियोपियन सिविल सर्विस यूनिवर्सिटी इथोपिया, भारत एस रावल, ग्रंबलिंग स्टेट यूनिवर्सिटी यूएसए ,डॉ मोटाबोरा , वेरावे यूनिवर्सिटी इथोपिया, डॉ वोराकामोल , एसोसिएट प्रोफेसर नॉर्थ बैंगकॉक सहित 100 से अधिक प्रतिभागी भाग लेने की संभावना है।
इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य नए शोधार्थियों को ज्ञान प्राप्ति के लिए और पुराने शोध विषय विशेषज्ञों को अपने ज्ञान को नए शोधार्थियों तक पहुंचाने के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है।
इसमें अब तक आधा दर्जन शोध पत्र दूसरे देशों से एवम देश के विभिन्न क्षेत्रों से एक दर्जन से ज्यादा शोध पत्र आ चुके हैं। अभी पांच फरवरी तक अंतिम तिथि है लगभग पचास से अधिक पेपर आने की संभावनाएं हैं।