सहकारिता को घर-घर तक पहुंचाए, ताकि समाज के वंचित वर्ग आर्थिक रूप से मजबूत बनें: दुमका आयुक्त
दुमका: सिदो कान्हु इंडोर स्टेडियम, दुमका में मंगलवार को एक दिवसीय प्रमंडल स्तरीय सहकारिता सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लालचन्द डाडेल, प्रमंडलीय आयुक्त, संथाल परगना प्रमंडल, दुमका ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। अतिथियों का स्वागत परंपरागत लोटा पानी एवं पुष्प गुच्छ से किया गया।
इस दौरान आयुक्त ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक संरचना के मूल में सहकारिता है। झारखंड सरकार कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के माध्यम से आर्थिक एवं सामाजिक रूप से वंचित वर्गों के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से अनेक योजनाओं को क्रियान्वित कर लोगों के जीवन स्तर में उल्लेखनीय प्रगति करने का प्रयास किया जा रहा है। घान अधिप्राप्ति द्वारा किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ-साथ बोनस दे कर क्षेत्र में ही पैक्सों / लैम्पसों के माध्यम से घान खरीद की जा रही है। किसानों कों फसल में क्षति होने पर फसल राहत योजना/ सुखाड़ राहत योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके अलावा खाद, बीज, कीटनाशक एवं उपभोक्ता वस्तुएँ उपलब्ध कराने के लिए पैक्सों एवं लैम्पसों का चयन कर डीलिवरी व्यवस्था को सुगम बनाया गया। हजारों की संख्या में पंचायत स्तर पर पैक्स/लैम्पस का पुर्नगठन किया गया है तथा विशेष प्रकार की अनेक समितियाँ यथा गुग्ध उत्पादक समितियाँ, कुकुक्ट पालन समितियाँ, मछली पालन समितियाँ, बुनकर समितियाँ आदि सहकारिता समितियो के लोगों ने आर्थिक स्वावलम्बिता प्राप्त किया है। झारखंड में भी अमूल के तज पर मेघा डेयरी का गठन कर दुग्ध उत्पादन एवं वितरण किया जा रहा है। आप उपस्थ्ति लैम्पस, पैक्स के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों को सहकारिता कार्यक्रमों से जुड़कर लोगों को आर्थिक रूप स्वावलम्बी बनाने का पुनीत कार्य करें। सम्प्रति राज्य सरकार सहकारिता के माध्यम से कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में अनेक जनहित कार्यक्रर्मों को चलवा रही है। आप लोगों को समय-समय पर बैठकों एवं पत्राचार द्वारा उन सभी कार्यक्रर्मों की जानकारियाँ दी जाती ही है। इसके अलावें प्रखण्ड से लेकर जिला स्तर तक सहकारिता विभाग के पदाधिकारी और कर्मी आपको सम्बद्ध जानकारियाँ देते रहते हैं। संथाल परगना क्षेत्र में कुकुक्ट पालन, मछली पालन, रेशमी एवं सूती वस्त्र निर्माण आदि कार्यक्रम सहकारिता के माध्यम से चलाये जा रहे है। इफकों के सहयोग से विभिन्न प्रकार के खाद एवं बीज का व्यवसाय लैम्पस एवं पैक्स के माध्यम से किया जाता है। जिसे एक व्यवसाय का रूप दे सकते हैं। समितियों को एक मजबूत बैकिंग व्यवस्था में बदलने की अपार संभावनाऐं और जो पहले से भी कार्यशील है। इफकों, जो इस आंदोलन को मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। यह एक सहकारी संस्था है। सहकारिता आंदोलन के आर्थिक आधार मजबूत करने में झारखण्ड राज्य सहकारी बैंक की भूमिका भी सरहानीय रही है सब मिलजुलकर सहकारिता को घर-घर तक पहुँचावें, ताकि समाज के वंचित वर्ग को आर्थिक रूप से मजबूत बनें।
इस दौरान संयुक्त निबंधन लुईस टोप्पो ने कहा कि प्रत्येक जिला मे लैम्पस / पैक्स / व्यापार मंडल/विशेष प्रकार है तथा झा.रा.सह. बैंक, की शाखाएँ भी काम कर रही है। सहकारिता विभाग अन्तर्गत सभी समितियों एवं बैंक में प्रजातांत्रिक व्यवस्था बहाल है, जिसमें निर्वाचन के माध्यम से प्रतिनिधि चुनकर आते हैं। इस प्रमंडल में कुल मिलाकर 1032 ( लैम्पस / पैक्स / व्यापार मंडल) निबंधित है। इन्हीं सहकारी समितियों के माध्यम से प्रमंडल में सहकारिता के कार्य सम्पादित किए जा रहे हैं। वर्तमान में उच्च प्राथमिकता के आधार पर धान अधिप्राप्ति,प्रधान मंत्री फसल बीमा (PMFBY) का निष्पादन, झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना- खरीफ 2023 का निबंधन, झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना रब्बी का कार्य, उन्नत बीज (खरीफ 2023, रब्बी 2023-24) का वितरण, उन्नत कृषि हेतु उर्वरक व्यवसाय, जमावृद्धि, मत्स्य, दुग्ध एवं बुनकर, गोदाम निर्माण , कोल्ड स्टोरेज, ग्राहक सेवा केन्द्र (CSC) का कार्य किया जा रहा है।नया प्रस्तावित कार्य जिसमें सहकारिता के माध्यम से कार्य के लिए प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र, पेट्रोल पम्प, LPG Distributor, NCOL, NCEL, BSSL एवं FPO गठन करना में कदम रखा जा चुका है।इन कार्यों के अलावा लैम्पस / पैक्स/व्या०मं०/ विशेष प्रकार में निर्वाचन, अंकेक्षण एवं निरीक्षण का कार्य लगातार चलते रहा है, जिसमें सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं वरीय अंकेक्षण पदाधिकारियों की प्रमुख भूमिका रहती है। इस तरह से सहकारिता प्रमंडल में आप सभी अपना योगदान देकर क्षेत्र व राज्य के विकास का सहभागी बन रहे हैं।
इस अवसर पर अमित कुमार आयुक्त के सचिव, प्रमंडल के सभी जिले सहकारिता पदाधिकारी, सहायक निबंधक, जिला अंकेक्षण पदाधिकारी, झारखंड राज्य सहकारी बैंक, दुमका के सभी पदाधिकारी इफ्को के क्षेत्रीय पदाधिकारी, प्रमंडल भर के लैम्पस, पैक्स, एवं सहकारिता समितियों से आये पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।
रिपोर्ट- आलोक रंजन Alok Ranjan