देवघर: उपायुक्त ने डीसीसी/डीटीएफ की बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश
जिले के चिन्हित क्षेत्रों में आपसी समन्वय के साथ चलाएं विशेष अभियानः-उपायुक्त
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर की अध्यक्षता में आज दिनांक 21.03.2024 को एम०डी०ए०-2024 महाअभियान कार्यक्रम हेतु तृतीय DCC/DTF बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने जिला के सभी प्रखंडों सहित देवघर शहरी क्षेत्रों में दिनांक 10 फरवरी से 06 मार्च 2024 तक राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन हेतु मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम०डी०ए०) 2024 महाअभियान कार्यक्रम के तहत किए गए कार्यों से अवगत हुए। साथ ही उपायुक्त ने वैसे चिन्हित क्षेत्र जहाँ अब भी स्पेशल ड्राइव चलाने की आवश्यकता है, उन क्षेत्रों को चिन्हित कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया।
इसके अलावा बैठक में उपायुक्त विशाल सागर ने एम०डी०ए० 2024 के सफल क्रियान्वयन के उपरांत तृतीय जिला समन्वय समिति की बैठक में कहा कि जिले के बहुत से लोगों द्वारा एमडीए कार्यक्रम के दौरान दवाई का सेवन नहीं किया गया है। जो दवाई सेवन से इंकार करते हैं ऐसे लोगों को आसपास के फाइलेरिया ग्रसित मरीजों का उदाहरण दें, ताकि वे लोग अपना जीवन फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए दवा का सेवन अवश्य करें। आगे उन्होंने वैसे चिन्हित क्षेत्रों में विशेष अभियान के अलावा, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व नगर परिषद मधुपुर के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निदेश दिया, ताकि साफ-सफाई, जल जमाव, फॉगिंग, नालों की सफाई आदि कार्यों का निष्पादन सही तरीके से हो और वैक्टर जनित रोगों पर रोक लगाया जा सके। एमडीए कार्यक्रम में दवा खाने के बाद हुए प्रतिकूल प्रभाव वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें पूरी खुराक खिलाए जाने हेतु निर्देश दिया गया। साथ ही जिस सीएचसी की उपलब्धि जिला के औसत उपलब्धि से कम है वैसे जगहों में जहां अभी तक दवा खिलाने से वंचित क्षेत्र/गांव /टोला/वार्ड रह गये है तो वहां फिर से जाकर शत-प्रतिशत लोगों को एमडीए की दवा खिलाकर अद्यतन उपलब्धि प्रतिवेदन जिला को उपलब्ध कराने के लिए निर्देश दिया गया। साथ ही अबतक छुटे हुए लोगों को या दवा का वितरण किए गए घरों में भी जाकर एमडीए की दवा का सेवन करा कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निदेश सभी को दिया गया।
समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जहां पर विगत तीन वर्षों से लगातार लोग दवा खाने से इंकार कर रहे हैं, वैसे क्षेत्र अथवा समुदाय विशेष के लिए अलग से कार्ययोजना बनाकर दवा खिलाने का प्रयास करेंगे एवं आगामी एमडीए में इसका विशेष ख्याल रखकर कार्ययोजना बनाकर कार्य करने का निदेश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया। साथ ही ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर अगले साल ऐसे क्षेत्रों में ही उपायुक्त महोदय द्वारा उद्घाटन कराने का प्लान बनाये जाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। साथ ही नगर पालिका एवं नगर निगम को गली-मोहल्ले में मच्छरों के पनपने वाले सभी जल-जमाव वाले स्रोतों यथा नालों आदि में लार्वानाशी का छिड़काव, फोगिंग साफ सफाई आदि नियमित रूप से करते हुए मच्छरों की घनत्व को नियंत्रित करने हेतु निर्देशित किया गया। जिससे वैक्टर जनित रोगों पर नियंत्रण पाया जा सके। इसके लिए सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग एवं नगर विकास विभाग आदि के साथ एक कोर कमेटी बनाते हुए उपायुक्त महोदय की अध्यक्षता में जल्द बैठक कराने का निर्देश दिया गया। जिसमें मच्छरों के प्रकोप को कम करने के साथ इनसे फैलने वाली बीमारियों को नियंत्रित करने हेतु कार्ययोजना बनाई जा सके और कार्य किया जा सके।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सदर अस्पताल देवघर में हाइड्रोसील आपरेशन कैंप आयोजित कर सभी चिन्हित रोगियों का जल्द से जल्द प्राथमिकता के आधार पर आपरेशन सुनिश्चित कराने हेतु सिविल सर्जन को निर्देश दिए। आगे उन्होंने सभी योग्य लिंफोडिमा के रोगियों को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने हेतु आवश्यकतानुसार कार्रवाई करने हेतु सिविल सर्जन को निदेशित किया गया। साथ ही लिंफोडिमा के सभी योग्य रोगियों को एमएमडीपी किट का उपयोग करने की जानकारी देते हुए उन्हें निःशुल्क किट उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया। इसके अलावा फाइलेरिया से अत्यधिक प्रभावित गांव एवं वार्ड में प्रत्येक तीन-तीन माह में विशेष कैंप लगाकर लोगों का रात्रि में फाइलेरिया जांच, बचाव व रोकथाम हेतु उचित सलाह, उपचार व दवादि उपलब्ध कराते हुए देवघर में फाइलेरिया के प्रसरण दर में कमी लाने के साथ फाइलेरिया केस में भी कमी लाने के लिए विशेष रूप से कार्य करने हेतु सभी सीएचसी एवं देवघर शहरी क्षेत्र के प्रभारी को निर्देश दिया गया।